National Parks in India : भारत विविध परिदृश्यों और समृद्ध जैव विविधता की भूमि, 106 राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या अपने आप में बहुत बढ़ी बात है। राष्ट्रीय उद्यान वन्य जीवन, पौधों की प्रजातियों और उनके आवासों सहित प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण और संरक्षण के लिए निर्धारित क्षेत्र हैं। राष्ट्रीय उद्यानों की स्थापना का मुख्य उद्देश्य धीरे-धीरे विलुप्त होते जा रहे विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवो एवं वनस्पतियो का संरक्षण करना है। इन पार्कों का प्रबंधन और नियमन संबंधित राज्य और केंद्र सरकारें करती हैं। राष्ट्रीय उद्यानों की स्थापना के पीछे प्राथमिक उद्देश्य लुप्तप्राय प्रजातियों के दीर्घकालिक अस्तित्व को सुनिश्चित करना और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखना है।
भारत में सिर्फ 5 राष्ट्रीय उद्यान 1970 तक हुआ करते थे, लेकिन भारत सरकार द्वारा वर्ष 1972 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम कानून कानून लाया गया, इसके साथ ही अनेक वन संरक्षण परियोजनाओं को राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर कार्य किया जिसके परिणामस्वरूप वर्तमान में भारत में कुल 106 राष्ट्रीय उद्यानों की स्थापना अब तक हो चुकी है , जिनका कुल क्षेत्रफल भारत के संपूर्ण भू-भाग का लगभग 1.34 प्रतिशत या 44,378 वर्ग किमी. के क्षेत्र को कवर करता है।
National Parks in India : भारत के राष्ट्रीय पार्क
भारत में प्रत्येक राष्ट्रीय उद्यान एक अलग अनुभव प्रदान करता है और अनूठी विशेषताओं को प्रदर्शित करता है, भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान 4400 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ “हेमिस राष्ट्रीय उद्यान” लद्दाख में स्थित है, और भारत का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान “साउथ बटन आईलैंड राष्ट्रीय उद्यान” अंडमान निकोबार द्वीप समूह में स्थित है। “केबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान” भारत का एकमात्र पानी में तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान है। “हेली राष्ट्रीय उद्यान” उत्तराखंड भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है, जो वर्तमान समय में जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता है इसकी स्थापना वर्ष 1936 में की गई थी।
9 National Park in Andaman and Nicobar Islands :
अंडमान द्वीप समूह, अनेक छोटे बड़ें द्वीपों का द्वीपसमूह जो पूरे हिंद महासागर में फैले हुए हैं, अंडमान निकोबार द्वीप प्राकृतिक आकर्षण, वन्य जीवन और जैव विविधता से समृद्ध समुद्री जीवन, आकर्षक मूंगा चट्टानें और मंत्रमुग्ध कर देने वाली पानी के नीचे जलीय जीवन के कारण, अंडमान के राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव पर्यटकों, फोटोग्राफरों और संरक्षणवादियों के लिए पसंदीदा स्थानों में से एक माने जाते हैं। और पढ़ें…
![Campbell Bay National Park Andaman & Nicobar Islands](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Campbell-Bay-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-1024x576.webp)
कैंपबेल बे नेशनल पार्क भारत में पूर्वी हिंद महासागर में निकोबार द्वीप समूह में सबसे बड़े ग्रेट निकोबार द्वीप, जो जवा-सुमात्रा के उत्तर में लगभग 190 किमी दूरी पर स्थित है । इसे 1992 में भारत के राष्ट्रीय उद्यान के रूप में राजपत्रित किया गया था, और यह ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व का हिस्सा है। पार्क का क्षेत्रफल लगभग 425 वर्ग किमी है। जिसमें गैलाथिया राष्ट्रीय उद्यान का कुछ हिस्सा भी शामिल है।
![Galathea National Park Andaman & Nicobar Islands](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Galathea-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-1024x576.jpg)
गैलाथिया राष्ट्रीय उद्यान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ग्रेट निकोबार द्वीप समूह का सबसे बड़ें द्वीप में स्थित है। पार्क लगभग 110 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। पार्क को 1992 में भारतीय राष्ट्रीय उद्यान के रूप में नामित किया गया था। गैलाथिया राष्ट्रीय उद्यान ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व के दक्षिणी भाग में स्थित है, जिसमें कैंपबेल बे नेशनल पार्क का कुछ हिस्सा भी शामिल है।
![Mahatama Gandhi Marine (Wandoor) National Park Andaman & Nicobar Islands](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Mahatama-Gandhi-Marine-Wandoor-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-1024x576.jpg)
महात्मा गांधी समुद्री (वंडूर) राष्ट्रीय उद्यान केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में उत्तर पश्चिमी तट पर स्थित है। इसमें लगभग 281.5 वर्ग किमी का क्षेत्र शामिल है और इसमें 15 द्वीप शामिल हैं, जिनमें से वांडूर द्वीप सबसे बड़ा है। यह पार्क महात्मा गांधी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा है, जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है।
![Middle Button Island National Park Andaman & Nicobar Islands](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Middle-Button-Island-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-1024x576.jpg)
मिडिल बटन आइलैंड राष्ट्रीय उद्यान जो दक्षिण द्वीप के तट परअंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित है। इसकी स्थापना 1979 में रानी झाँसी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा है।द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 200 किमी (124 मील) उत्तर पूर्व में स्थित है। राष्ट्रीय उद्यान का कुल क्षेत्रफल लगभग 64 वर्ग किमी (25 वर्ग मील) है। इस द्वीप पर पोर्ट ब्लेयर से नाव द्वारा पहुंच उपलब्ध हैं।
![Mount Harriett National Park Andaman & Nicobar Islands](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Mount-Harriett-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-1024x576.webp)
माउंट हैरियट नेशनल पार्क 1979 में एक राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्राप्त हुआ जिसका क्षेत्रफल 4,662 हेक्टेयर (11,520 एकड़) का क्षेत्र शामिल है, जिसे 1,700 हेक्टेयर (4,200 एकड़) के अतिरिक्त क्षेत्र को कवर करने के लिए विस्तारित किए जाने की संभावना है। पार्क की ऊंचाई 481 मीटर (1,578 फीट) तक है। पार्क के पूर्वी हिस्से में खड़ी ढलानें हैं, छोटे रेतीले क्षेत्रों के बीच चट्टानों से बने हैं।
![North Button Island National Park Andaman & Nicobar Islands India](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/North-Button-Island-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-India-1024x576.webp)
नॉर्थ बटन आइलैंड राष्ट्रीय उद्यान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में लगभग 44 वर्ग मील (114 वर्गकिमी) में है यहाँ पर आपकों डुगोंग और डॉल्फ़िन जैसे कई कई देखने को मिलेंगे। पार्क की स्थापना अंडमान जिले में1979 में हुई थी, द्वीप का क्षेत्रफल 19.5 हेक्टेयर (48 एकड़) है, और यह बटन द्वीप समूह के अंतर्गत आता है। पार्क का अधिकांश भाग पर्णपाती वनों से आच्छादित गर्म और आर्द्र उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में से एक है।
![Rani Jhansi Marine National Park Andaman & Nicobar Islands](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Rani-Jhansi-Marine-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-1024x576.jpg)
पर्यटकों के दिलों में राज करने वाला रानी झाँसी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान बंगाल की खाड़ी में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित है। इसकी स्थापना 1996 में हुई थी और यह 256 वर्ग किमी में फैला है। यह झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर रखा गया है। यह पोर्ट ब्लेयर से लगभग 30 किमी दूर है। इसमें मूंगा चट्टानें और मैंग्रोव वन शामिल हैं। इस पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण फल खाने वाला चमगादड़ है।
![Saddle Peak National Park Andaman & Nicobar Islands](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Saddle-Peak-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-1024x576.jpg)
खूबसूरत सैडल पीक राष्ट्रीय उद्यान उत्तरी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित है। इसकी स्थापना 1979 में की गई यह द्वीपसमूह का उच्चतम बिंदु 732 मीटर है, जिसे सैडल हिल्स के नाम से जाना जाता हैं। वन्यजीवों और सुरक्षित आरक्षित वन क्षेत्र है जहां पहाड़ी मैना यहां का आकर्षण हैं। निकटवर्ती स्थानों, रॉस द्वीप, मड ज्वालामुखी, राम नगर बीच और कालीपुर बीच है।
![South Button Island National Park Andaman & Nicobar Islands](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/South-Button-Island-National-Park-Andaman-Nicobar-Islands-1024x576.jpg)
साउथ बटन आइलैंड नेशनल पार्क अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित है, इस संरक्षित द्वीप का कुल क्षेत्रफल लगभग 5 वर्ग किमी उत्तरी बटन और मध्य बटन के पड़ोसी द्वीपों, दोनों राष्ट्रीय उद्यानों के साथ, यह दक्षिण अंडमान द्वीप के तट पर रानी झाँसी समुद्री राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा है। हैवलॉक द्वीप से लगभग 24 किमी (15 मील) दक्षिण-पश्चिम में स्थित है, इसकी यात्रा मोटर बोट से लगभग दो घंटे की होती है।
3 National Park in Andhra Pradesh
आंध्र प्रदेश भारत के पूर्वी तट पर स्थित है, इसी पूर्वी घाट की पहाड़ी श्रृंखलाएँ जो भारत के पूर्वी तट के लगभग समानांतर फैली हुई हैं, उत्तर में ओडिशा की महानदी नदी घाटी से लेकर दक्षिण में तमिलनाडु की सिरुमलाई पहाड़ियों तक फैली हुई हैं। पूर्वी घाट की पहाड़ी 1,600 किमी तक फैली हुई हैं, जिसका फैलाव क्षेत्रफल लगभग 75,000 वर्ग किलोमीटर से ऊपर के क्षेत्र में हैं। इसी पूर्वी घाट की पहाड़ी में आंध्र प्रदेश के कुल तीन राष्ट्रीय उद्यान हैं, आंध्र प्रदेश राज्य में स्थित हैं। साथ ही कई बड़ी नदियों जैसे गोदावरी, कृष्णा और कावेरी राष्ट्रीय उद्यान की पहाड़ी क्षेत्रों जैव विविधता से भर देती हैं।
पूर्वी घाट के उत्तरी भाग में, विशेष रूप से, नम पर्णपाती और अर्ध-सदाबहार जंगलों का व्यापक विस्तार है जो उच्च जैव विविधता और कई दुर्लभ प्रजातियों को आश्रय देते हैं। यहाँ पर आप एक-एक करके आंध्र प्रदेश राष्ट्रीय उद्यान के बारें में जान सकतें हैं। और पढ़ें…
![Papikonda National Park Andhra Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Papikonda-National-Park-Andhra-Pradesh-1024x576.jpg)
पापिकोंडा राष्ट्रीय उद्यान आंध्र प्रदेश की पापी पहाड़ियों में राजा महेंद्रवरम के पास अल्लूरी सीतारमा राजू और एलुरु जिलों में स्थित है। यह एक महत्वपूर्ण पक्षी और जैव विविधता वाला पार्क जिसका क्षेत्रफल 1,012.86 वर्गकिमी (391.07 वर्गमील) है। वर्ष 2014 में पोलावरम बांध के निर्माण के बाद पापिकोंडा का कोई भी हिस्सा पूर्वी और पश्चिमी गोदावरी जिलों से बाहर नहीं रहा।
![Rajiv Gandhi (Rameswaram) National Park Andhra Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Rajiv-Gandhi-Rameswaram-National-Park-Andhra-Pradesh-1024x576.jpg)
रामेश्वरम राष्ट्रीय उद्यान जिसे राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान नाम से भी जाना जाता हैं। यह आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले रामेश्वरम में स्थित है। इस पार्क क्षेत्रफल लगभग 2.4 वर्ग किलोमीटर है, जो उष्णकटिबंधीय और शुष्क पर्णपाती जंगल जो पेन्ना नदी के उत्तरी तट पर स्थित है। छोटा सा पार्क होने के बाबजूद यह एशियाई हाथियों के लिए प्रसिद्ध जंगल हैं।
![Gumti Wildlife Sanctuary Tripura](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Sri-Venkateswara-National-Park-Andhra-Pradesh-1024x576.jpg)
श्री वेंकटेश्वर राष्ट्रीय उद्यान आंध्र प्रदेश के तिरूपति में एक बायोस्फीयर रिजर्व पार्क, कुल क्षेत्रफल 353 वर्ग किमी है। यह पार्क में अनेक और सुन्दर झरनों के लिए जाना जाता है, जिनमें तालाकोना, गुंडालकोना और गुंजना आदि झरना शामिल हैं। 2010 में शेषचलम पहाड़ियों को बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया गया।
2 National Park in Arunachal Pradesh
भारत का उत्तर पूर्व क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश प्राकृतिक विविधता से भरपूर है और दो खूबसूरत परिदृश्य वाले राष्ट्रीय उद्यान जिसमें बाघ, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, कैप्ड लंगूर और लाल पांडा जैसी लुप्तप्राय प्रजातियों जैसे जानवरों की एक विस्तृत श्रृंखला पाई जा सकती है। और पढ़ें…
![Mouling National Park Arunachal Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Mouling-National-Park-Arunachal-Pradesh-1024x576.jpg)
मौलिंग नेशनल पार्क अरुणाचल प्रदेश में ऊपरी सियांग जिले, पश्चिम सियांग और पूर्वी सियांग जिले के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है। पार्क का नाम पास की मौलिंग चोटी के नाम पर रखा गया है। मौलिंग एक आदि शब्द है जिसका अर्थ है लाल जहर या लाल रक्त, जिसके बारे में माना जाता है कि यह स्थानीय स्तर पर पाए जाने वाले पेड़ की प्रजाति का लाल लेटेक्स है।
![Namdapha National Park](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Namdapha-National-Park-1024x576.webp)
नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान भारत का चौथा सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है, जो पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश में 1,985 वर्गकिमी (766 वर्गमील) फैला संरक्षित क्षेत्र है, जिसकी की स्थापना 1983 में की गई थी। वर्तमान में यह 1,000 से भी अधिक पुष्प और 1,400 पशु प्रजातियों के साथ, यह पूर्वी हिमालय में एक जैव विविधता क्षेत्र है।
7 National Park Assam
पूर्वोत्तर राज्य असम में संरक्षित क्षेत्रों में कुल सात राष्ट्रीय उद्यान, डिब्रू सैखोवा नेशनल पार्क, काजीरंगा नेशनल पार्क, मानस नेशनल पार्क, नेमरी नेशनल पार्क, राजीव गाँधी ओरंग नेशनल पार्क, देहिंग पटकाई नेशनल पार्क, रायमोना नेशनल पार्क असम राज्य के 7 राष्ट्रीय उद्यान हैं और 17 वन्यजीव अभयारण्य ।
![Dehing Patkai National Park Assam](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Dehing-Patkai-National-Park-Assam-1024x576.jpg)
देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान असम के डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में स्थित है, जो 231.65 वर्गकिमी (89.44 वर्गमील) तराई के वर्षावन क्षेत्र फैला है। यह देहिंग पटकाई एक डिप्टरोकार्प-प्रभुत्व वाला निचला वर्षावन है। प्रोजेक्ट एलिफेंट के तहत देहिंग पटकाई हाथी रिजर्व भी है।
![Dibru-Saikhowa National Park Assam](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Dibru-Saikhowa-National-Park-Assam-1024x576.jpg)
डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान असम के डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में स्थित है। 765 वर्गकिमी (295 वर्गमील) के क्षेत्र में फैला हैं। पार्क तिनसुकिया शहर से लगभग 12 किमी है। इस पार्क के उत्तर में ब्रह्मपुत्र, लोहित नदियों के साथ दक्षिण में डिब्रू नदी से घिरा हुआ सबसे बड़ा सैलिक्स दलदली जंगल है।
![Kaziranga National Park Assam](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Kaziranga-National-Park-Assam-1024x576.webp)
असम राज्य के गोलाघाट और नागांव जिलों में स्थित काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक सिंग वाले गंडे के लिए प्रसिद्ध, जो ब्रह्मपुत्र सहित चार प्रमुख नदियों से घिरा हुआ है। यहाँ भारत का एकमात्र गोल्डन टाइगर पाया जाता है, साथ ही यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
![Manas National Park Assam](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Manas-National-Park-Assam-1024x576.webp)
मानस राष्ट्रीय उद्यान असम हिमालय की तलहटी में स्थित टाइगर रिज़र्व और हाथी रिज़र्व है। यह पार्क अपने दुर्लभ और लुप्तप्राय स्थानिक वन्यजीवों कछुए, हिस्पिड खरगोश, गोल्डन लंगूर और पिग्मी हॉग जंगली भैंसों की आबादी के लिए भी प्रसिद्ध है। मानस राष्ट्रीय उद्यान एक बायोस्फीयर रिजर्व और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है।
![Nameri National Park Assam](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Nameri-National-Park-Assam-1024x576.webp)
नामेरी राष्ट्रीय उद्यान असम पूर्वी हिमालय की तलहटी जो सोनितपुर जिले स्थित है। नामेरी की उत्तरी सीमा पाखुई वन्यजीव अभयारण्य अरुणाचल प्रदेश के से लगती है। मानस टाइगर रिजर्व के बाद यह असम का दूसरा टाइगर रिजर्व है।
![Rajiv Gandhi Orang National Park Assam](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Orang-National-Park-Assam-1024x576.jpg)
ओरंग राष्ट्रीय उद्यान असम के दरांग और सोनितपुर जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित है। इसका क्षेत्रफल 79.28 वर्गकिमी (30.61 वर्गमील) है। यह ब्रह्मपुत्र के उत्तरी तट पर गैंडों का एकमात्र गढ़ है।
![Raimona National Park Assam](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Raimona-National-Park-Assam-1024x576.jpg)
रायमोना राष्ट्रीय उद्यान असम, हिमालय की तलहटी के सुदूर पश्चिमी भाग में स्थित है। यह बीटीआर के कोकराझार जिले के गोसाईगांव और कोकराझार उपखंडों में फैले पार्क की सीमा भूटान, पश्चिम बंगाल और बक्सा टाइगर रिजर्व से लगती है।
1 National Park Bihar
भारत के बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में स्थित वाल्मिकी राष्ट्रीय उद्यान, बिहार राज्य का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे IUCN श्रेणी II के तहत बाघ अभयारण्य और वन्यजीव अभयारण्य के रूप में नामित किया गया है। 898.45 किमी2 (346.89 वर्ग मील) के विशाल क्षेत्र को शामिल करते हुए, जो जिले के कुल भौगोलिक विस्तार का 17.4% है, वाल्मिकी टाइगर रिजर्व वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण निवास स्थान है, जो 2022 तक 54 बाघों की मेजबानी कर रहा है।
![Valmiki National Park Bihar](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Valmiki-National-Park-Bihar-1024x576.jpg)
वाल्मिकी राष्ट्रीय उद्यान बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में पश्चिम चंपारण जिले में स्थित है। बिहार में एक राष्ट्रीय उद्यान, एक बाघ अभयारण्य और 21 वन्यजीव अभयारण्य हैं।
3 National Park Chhattisgarh
मध्य भारत की धरती में स्थित छत्तीसगढ़ उन राज्यों में से है, जहां वन क्षेत्रफल लगभग 1,35,133 वर्ग किलोमीटर वन भूमि है, जो छत्तीसगढ़ के कुल क्षेत्रफल का 44 प्रतिशत भाग है, और भारत के वनों का 12 प्रतिशत भाग है, जो वन आवरण के मामले में यह भारत में तीसरे स्थान पर है। । छत्तीसगढ़ समृद्ध जैव-विविधता से भरा पड़ा हैं जिसमें तीन राष्ट्रीय उद्यान, तीन बाघ अभयारण्य, 8 वन्यजीव अभयारण्य, 1 जैव-क्षेत्र रिजर्व हैं।
![Sanjay National Park Chhattisgarh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Guru-Ghasidas-Sanjay-National-Park-Chhattisgarh-1024x576.webp)
संजय राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले और मध्य प्रदेश राज्य के सिंगरौली जिले में स्थित है। इसका क्षेत्रफल 2,300 वर्गकिमी (890 वर्गमील) है, जो नर्मदा घाटी के शुष्क पर्णपाती वन क्षेत्र में स्थित हैं, इस पार्क संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व स्थित है।
![Indravati National Park Chhattisgarh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Indravati-National-Park-Chhattisgarh-1024x576.jpg)
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर जिले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। इस पार्क का नाम इंद्रावती नदी से लिया गया है, जो पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है, यह छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव पार्कों में से एक है। पार्क के एक बड़े हिस्से पर नक्सली गतिविधियों का संचालन होता है।
![Kanger Valley National Park Chhattisgarh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Kanger-Valley-National-Park-Chhattisgarh-1024x576.jpg)
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ राज्य में वन और वन्य जीवन सहित प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में हैं। बस्तर क्षेत्र में स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान शानदार झरनों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का कुल क्षेत्रफल 200 वर्गकिमी है।
1 National Park Goa
गोवा का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान मोल्लेम नेशनल पार्क है, जो दक्षिणी गोवा ज़िले में मोल्लेम शहर के पास स्थित है। मोल्लेम नेशनल पार्क लगभग 107 वर्ग किलोमीटर के सह्याद्रि की पहाड़ियों क्षेत्र में फैला हुआ है।
![Mollem National Park Goa](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Mollem-National-Park-Goa-1024x576.jpg)
मोलेम राष्ट्रीय उद्यान गोवा जो, 240 वर्ग किलोमीटर (93 वर्गमील) क्षेत्र में जो पश्चिम भारत के पश्चिमी घाट में, गोवा राज्य के धारबंदोरा तालुक में, कर्नाटक के साथ पूर्वी सीमा पर स्थित है। यह क्षेत्र गोवा की राजधानी पणजी से 57 किलोमीटर (35 मील) पूर्व में मोलेम शहर के पास स्थित है। इसमें गोवा के कई महत्वपूर्ण मंदिर हैं, दूधसागर झरना और तांबडी झरना भगवान महावीर अभयारण्य गोवा में पश्चिमी घाट में स्थित है।
4 National Park Gujarat
गुजरात अपनी मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता और सुरम्य समुद्र तटों के लिए जाना जाता है। यह राज्य देश के सबसे धनी वन्यजीव स्थलों में से एक है जो एशिया के एक मात्र शेर वहुतायत मात्रा में पाया जाता हैं।
![Vansda National Park Gujarat](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Vansda-National-Park-Gujarat-1024x576.webp)
वंसदा राष्ट्रीय उद्यान डांग और दक्षिणी गुजरात के नवसारी जिले की वंसदा तहसील में स्थित है। अंबिका नदी के तट पर स्थित लगभग 24 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाला यह पार्क स्थानीय जनजातियाँ, जीरा झरना के लिए प्रसिद्ध हैं।
![Blackbuck (Velavadar) National Park Gujarat](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Blackbuck-Velavadar-National-Park-Gujarat-1024x576.webp)
![Gir National Park Gujarat](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Gir-National-Park-Gujarat-1024x576.webp)
गिर राष्ट्रीय उद्यान गुजरात, सासन गिर के नाम से भी जाना जाता है, भारत के गुजरात में तलाला गिर के पास एक वन, राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य है। गिर राष्ट्रीय उद्यान हर साल पूरे मानसून मौसम में 16 जून से 15 अक्टूबर तक बंद रहता है।
![Marine (Gulf of Kachchh) National Park Gujarat](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Marine-Gulf-of-Kachchh-National-Park-Gujarat-1024x576.webp)
2 National Park Haryana
हरियाणा राज्य में कुल दो राष्ट्रीय उद्यान हैं, प्रथम सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान तथा द्वितीय कलेसर राष्ट्रीय उद्यान।
![Kalesar National Park Haryana](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Kalesar-National-Park-Haryana-1024x576.webp)
कालेसर राष्ट्रीय उद्यान यमुनानगर ज़िले में पड़ता है, जो चण्डीगढ़ से लगभग 15 किमी दूरी पर स्थित हैं। इसके उत्तर मे हिमाचल प्रदेश का अभ्यारण और पूर्व मे शाकम्भरी की पहाडियां है। उद्यान का नाम कालेसर (कालेश्वर) महादेव शिव मन्दिर पर है, जो उद्यान के भीतर ही स्थित है।
![Sultanpur National Park Haryana](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Sultanpur-National-Park-Haryana-1024x576.webp)
कलेसर राष्ट्रीय उद्यान लाल जंगली मुर्गों के लिए विश्व प्रसिद्ध है, जो वर्ष 2003 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
5 National Park Himachal Pradesh
उत्तर भारत का सुन्दर राज्य हिमाचल प्रदेश, हिमालय में बर्फीली घाटियाँ और प्राकृतिक जंगली परिदृश्य से भरे पहाड़ से तेज़ बहती नदियाँ के साथ पांच राष्ट्रीय उद्यान भी देखें।
![Great Himalayan National Park Himachal Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Great-Himalayan-National-Park-Himachal-Pradesh-1024x576.webp)
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में जोड़ा गया भारत का एक राष्ट्रीय उद्यान है, जो हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू क्षेत्र में स्थित है।
![Inderkilla National Park Himachal Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Inderkilla-National-Park-Himachal-Pradesh-1024x576.jpg)
इंदरकिला राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल लगभग 104 वर्ग किलोमीटर है, जो कुल्लू जिले में स्थित है और कुल्लू मनाली हवाई अड्डे से 46 किलोमीटर दूर है, जो पहाड़ी हिरण और बकरियों के लिए प्रसिद्ध हैं।
![Khirganga National Park Himachal Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Khirganga-National-Park-Himachal-Pradesh-India-1024x576.jpg)
खिरगंगा राष्ट्रीय उद्यान 710 वर्ग किलोमीटर का एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह पार्क पार्वती घाटी में 2,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिसे कुल्लू घाटी के नाम से भी जाना जाता है।
![Pin Valley National Park Himachal Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Pin-Valley-National-Park-Himachal-Pradesh-1024x576.jpg)
पिन वैली नेशनल पार्क 675 वर्ग किलोमीटर का ठंडे रेगिस्तानी क्षेत्र स्पीति घाटी में स्थित है। राष्ट्रीय छुट्टियों को छोड़कर, पार्क हर दिन सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। यह पार्क दक्षिण पश्चिम में ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और दक्षिण में रूपी भाभा अभयारण्य के निकट है।
![Simbalbara National Park Himachal Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Simbalbara-National-Park-Himachal-Pradesh-1024x576.jpg)
सिंबलबाड़ा राष्ट्रीय उद्यान हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले की पोंटा घाटी में स्थित है। इसे कर्नल शेर जंग राष्ट्रीय उद्यान और सिंबलवाड़ा वन्यजीव अभयारण्य के रूप में भी जाना जाता है। यह पार्क अपने विविध वन्य जीवन और पक्षी प्रजातियों के लिए जाना जाता है।
4 National Park Jammu & Kashmir
जम्मू और कश्मीर की स्वर्ग से सुन्दर सफ़ेद घाटी बर्फ से ढके पहाड़ों, प्रचुर मात्रा में वनस्पति और फूलों से ढकी घास के मैदानों के अलावा डल झील और शिकारा की सवारी के लिए प्रसिद्ध है।
![Dachigam National Park Jammu & Kashmir](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Dachigam-National-Park-Jammu-Kashmir-1024x576.jpg)
दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान 141 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला, श्रीनगर से 22 किलोमीटर दूर डल झील के पूर्वी किनारे पर स्थित है। लुप्तप्राय हंगुल, कश्मीर हिरण और हिम तेंदुओं को देखने के लिए एक बेहतरीन जगह के रूप में जाना जाता है।
![Kazinag National Park](http://aryango.com/wp-content/uploads/2024/03/Kazinag-National-Park-1024x576.jpg)
काज़ीनाग राष्ट्रीय उद्यान जम्मू और कश्मीर के बारामूला जिला में झेलम नदी के उत्तरी तट पर, नियंत्रण रेखा के करीब स्थित है। इसकी स्थापना 1992 में 160 वर्ग किलोमीटर में फैला पार्क राज्य की राजधानी श्रीनगर से लगभग 70 किलोमीटर दूर है।
![Kishtwar National Park Jammu & Kashmir](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Kishtwar-National-Park-Jammu-Kashmir-1024x576.jpg)
किश्तवाड़ राष्ट्रीय उद्यान, किश्तवाड़ शहर से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उत्तर में रिन्नय नदी, दक्षिण में किबर नाला, पूर्व में ग्रेट हिमालय और पश्चिम में मारवाह नदी से घिरा, 1700 से 4800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
![City Forest (Salim Ali National Park Jammu & Kashmir](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/City-Forest-Salim-Ali-National-Park-Jammu-Kashmir-1024x576.jpg)
सलीम अली राष्ट्रीय उद्यान (City Forest National Park) 9.07 वर्ग किलोमीटर में फैला है, हिमालयी मोनाल और पक्षी जीवन के लिए जाना जाता है। पार्क की प्रमुख प्रजाति है।
1 National Park Jharkhand
बेतला राष्ट्रीय उद्यान भारत के झारखंड के लातेहार और पलामू जिले में छोटा नागपुर पठार क्षेत्र में स्थित राज्य का एकलौता राष्ट्रीय उद्यान है।
![Betla National Park Jharkhand](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Betla-National-Park-Jharkhand-1024x576.webp)
बेतला राष्ट्रीय उद्यान झारखंड के लातेहार जिले में पड़ता है। 226.33 वर्ग किमी में फैला हुआ यह राज्य का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है और यह 1986 में अधिसूचित किया गया जो पलामू टाइगर रिजर्व के मुख्य क्षेत्र का हिस्सा है।
1 National Park Ladakh
भारत के लद्दाख में स्थित हेमिस राष्ट्रीय उद्यान सबसे आधिक ऊंचाई वाला राष्ट्रीय उद्यान है। हिम तेंदुओं के लिए विश्व प्रसिद्ध है, और दुनिया के किसी भी संरक्षित क्षेत्र में इनका घनत्व सबसे अधिक है।
![Hemis National Park Ladakh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Hemis-National-Park-Ladakh-1024x576.webp)
भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान कहा जाने वाला हेमिस 4400 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। लद्दाख का यह राष्ट्रीय उद्यान हिम तेंदुओं की आबादी के लिए प्रसिद्ध है।
5 National Park Karnataka
कर्नाटक कई अनूठे पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, जैसे मैसूर, हम्पी, कूर्ग, शिवानासमुद्र झरने, बांदीपुर टाइगर रिजर्व (राष्ट्रीय उद्यान), नागरहोल टाइगर रिजर्व, बन्नेरघट्टा राष्ट्रीय उद्यान, मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान, कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य है।
![Wildlife Sanctuaries of India](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Dandeli-Anshi-Tiger-Reserve-Kali-National-Park-Karnataka-1024x576.webp)
अंशी राष्ट्रीय उद्यान इसे काली टाइगर रिजर्व के नाम से भी जाना जाता है, जो उत्तर कन्नड़ जिले में स्थित हैं। यह पार्क विभिन्न प्रकार के पौधों और जानवरों का घर है, जिनमें बंगाल टाइगर, ब्लैक पैंथर और भारतीय हाथी शामिल हैं।
![Bandipur National Park & Bandipur Tiger Reserve Karnataka](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Bandipur-National-Park-Bandipur-Tiger-Reserve-Karnataka-1024x576.jpg)
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान चामराजनगर जिले के गुंडुलपेट तालुक में स्थित है, साथ ही भारतीय बाघों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी यही पाई जाती हैं और दक्षिण एशिया में जंगली हाथियों का सबसे बड़ा निवास स्थान बनाता है।
![Bannerghatta National Park Karnataka](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Bannerghatta-National-Park-Karnataka-1024x576.webp)
बन्नेरघट्टा राष्ट्रीय उद्यान बैंगलोर के पास 260.5 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में स्थित है। इसकी स्थापना 1970 में हुई और 1974 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया।
![Kudremukh National Park Karnataka](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Kudremukh-National-Park-Karnataka-1024x576.jpg)
कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान कर्नाटक के पश्चिमी घाट का सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है, जो 600.32 वर्ग किलोमीटर का प्राकृतिक आरक्षित क्षेत्र है।
![Nagarhole National Park Karnataka](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Nagarhole-National-Park-Karnataka-1024x576.jpg)
नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान, जिसे राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जाना जाता है, इस पार्क अन्दर से काबिनी नदी बहती है।
6 National Park Kerala
केरल के जीवमंडल में सबसे समृद्ध जैव विविधता से भरे यहां के छह राष्ट्रीय उद्यान हैं, जिनमें अनामुदी शोला राष्ट्रीय उद्यान, पेरियार राष्ट्रीय उद्यान, साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान, मथिकेट्टन शोला राष्ट्रीय उद्यान, एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, पम्बदम शोला राष्ट्रीय उद्यान शामिल हैं।
![Anamudi Shola National Park Kerala](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Anamudi-Shola-National-Park-Kerala-1024x576.jpg)
अनामुदी शोला राष्ट्रीय उद्यान इडुक्की जिले में 7.5 वर्ग किलोमीटर का संरक्षित वन्यजीव आश्रय स्थल है। यह पार्क पश्चिमी घाट में एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान के ठीक पूर्व में स्थित है। यह मन्नावन शोला, इदिवारा शोला और पुलार्डी शोला से बना है।
![Eravikulam National Park Kerala](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Eravikulam-National-Park-Kerala-1024x576.webp)
एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान 97 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में यह पश्चिमी घाट के साथ केरल के इडुक्की और एर्नाकुलम जिलों में स्थित है। क्षेत्रफल के हिसाब से यह पार्क केरल का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान माना जाता है।
![Mathikettan Shola National Park Kerala](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Mathikettan-Shola-National-Park-Kerala-1024x576.jpg)
मथिकेट्टन शोला राष्ट्रीय उद्यान इडुक्की जिले में 12.82 वर्ग किलोमीटर का राष्ट्रीय उद्यान है। इसकी स्थापना 21 नवंबर 2003 को हुई थी।
![Pambadum Shola National Park Kerala](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Pambadum-Shola-National-Park-Kerala-1024x576.webp)
पंबाडुम शोला राष्ट्रीय उद्यान 132 हेक्टेयर का एक राष्ट्रीय उद्यान है। 2003 में स्थापित, यह इडुक्की जिले का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है। यह पार्क मुन्नार शहर से 35 किलोमीटर दूर दक्षिणी पश्चिमी घाट के पूर्वी भाग में स्थित है।
![Periyar Kerala](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Periyar-Kerala-1024x576.jpg)
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान पश्चिमी घाट में 305 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला पार्क तमिलनाडु की सीमा के साथ पंडालम पहाड़ियों और इलायची पहाड़ियों में स्थित है। यह निकटतम शहर, कुमिली से लगभग 4 किलोमीटर दूर है।
![Silent Valley National Park Kerala](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Silent-Valley-National-Park-Kerala-1024x576.webp)
साइलेंट वैली नेशनल पार्क की स्थापना 26 दिसंबर 1984 को हुई थी और यह नीलगिरि पहाड़ियों में स्थित है। पार्क का मुख्य क्षेत्र 89.52 वर्ग किलोमीटर है और यह 148 वर्ग किलोमीटर के बफर जोन से घिरा हुआ है।
12 National Park Madhya Pradesh
भारत में सबसे ज्यादा राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या मध्य प्रदेश राज्य में कुल 12 राष्ट्रीय उद्यान है, जिसका कारण मध्य प्रदेश में भारत के सबसे घने और ज्यादा जंगल पाए जातें हैं। इसके साथ ही 6 राष्ट्रीय उद्यानों को टाइगर रिजर्व का दर्जा प्राप्त हो चूका है। मध्य प्रदेश के सभी राष्ट्रीय उद्यानों की सूची नीचे देखें ….
![Bandhavgarh National Park Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Bandhavgarh-National-Park-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान विंध्य की सुंदर पहाड़ियों में 05 वर्ग किलोमीटर के मुख्य क्षेत्र और लगभग 400 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। रॉयल बंगाल टाइगर्स की आबादी और सफेद बाघों के लिए प्रसिद्ध, बांधवगढ़ जिसमें खड़ी चोटियाँ, लहरदार जंगल और विशाल घास के मैदान हैं।
![Dinosaur Fossils National Park Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Dinosaur-Fossils-National-Park-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
जीवाश्मों के संग्रह और संरक्षण के लिए समर्पित एक केंद्र, जिसे फॉसिल पार्क के नाम से जाना जाता है, बाग क्षेत्र जिला धार में 89 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है।
![Fossil National Park Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Fossil-National-Park-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
घुघवा राष्ट्रीय जीवाश्म पार्क, डिंडोरी से 70 किलोमीटर दूर घुघवा गांव में स्थित है, जो 75 एकड़ क्षेत्र में फैला है। यह अनोखा पार्क आकर्षक और दुर्लभ जीवाश्मों का खजाना है, जो बीते युग की पत्तियों और पेड़ों को प्रदर्शित करता है। पार्क के भीतर जीवाश्मित पौधे 40 मिलियन से 150 मिलियन वर्ष पूर्व की अवधि के हैं।
![Kanha National Park Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Kanha-National-Park-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मंडला और बालाघाट के सतपुड़ा की मैकल श्रृंखला में 940 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है, जो 1955 में राष्ट्रीय उद्यान में घोषित किया गया था। बफर और कोर जोन को मिलाकर कान्हा टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1945 वर्ग किमी है।
![Kuno National Park Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Kuno-National-Park-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
![Madhav National Park Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Madhav-National-Park-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी जिले में 354 वर्ग किलोमीटर का प्राकृतिक क्षेत्र है। इसकी स्थापना 1958 में हुई थी और यह विंध्य पहाड़ियों में फैला है। यह पार्क विभिन्न प्रकार के मृगों और हिरणों के साथ-साथ तेंदुए, भेड़िये, सियार और लोमड़ियों जैसे मांसाहारी जीवों से भरा पड़ा है।
![Omkareshwar](http://aryango.com/wp-content/uploads/2024/03/Omkareshwar-1024x576.jpg)
ओंकारेश्वर नेशनल पार्क के लिए खंडवा जिले में 450 वर्ग किमी और देवास जिले में 225 वर्ग किमी जंगल प्रस्तावित है। सबसे अच्छी बात ये है कि ओंकारेश्वर नेशनल पार्क की क्षेत्र में कोई भी गांव नहीं आ रहा है।
![Panna National Park Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Panna-National-Park-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान 542.7 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला पार्क महाराष्ट्र की सीमा से लगे सतपुड़ा पर्वतमाला की निचली दक्षिणी पहाड़ियों में स्थित है। यह केन नदी के तट पर स्थित है, जो यमुना नदी की एक सहायक नदी है, इसकी स्थापना 1981 में हुई थी।
![Pench National Park](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Pench-National-Park-1024x576.jpg)
पेंच राष्ट्रीय उद्यान 257.3 वर्ग किलोमीटर में फैला पार्क की स्थापना 1965 में हुई थी और 1975 में इसे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में मान्यता दी गई। 1992 में यह बाघ अभयारण्य बन गया। पेंच नदी पार्क को लगभग दो बराबर भागों में विभाजित करती है।
![Sanjay Dubari Tiger Reserve & National Park Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Sanjay-Dubari-Tiger-Reserve-National-Park-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
संजय-डुबरी राष्ट्रीय उद्यान (टाइगर रिजर्व) की स्थापना 1975 में सीधी जिले के 831 वर्ग किमी से अधिक क्षेत्र में की गई। यह नर्मदा घाटी के शुष्क पर्णपाती वन क्षेत्र में स्थित है।
![Satpura Tiger Reserve Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Satpura-Tiger-Reserve-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान (सतपुड़ा टाइगर रिजर्व) नर्मदापुरम जिले में 524 वर्ग किलोमीटर में इसकी स्थापना 1981 में हुई थी और इसका नाम सतपुड़ा पर्वतमाला के नाम पर रखा गया है, पार्क का मुख्य जल स्रोत डेनवा नदी है।
![Van Vihar National Park Bhopal Madhya Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Van-Vihar-National-Park-Bhopal-Madhya-Pradesh-1024x576.webp)
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में 4.48 वर्ग किलोमीटर है, जो भोपाल शहर के बीचों-बीच हैं, इसकी स्थापना 1979 में हुई थी।
6 National Park Maharashtra
महाराष्ट्र राज्य में बहुत सारे अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान हैं, जिनमें चंदोली राष्ट्रीय उद्यान, गुगामल राष्ट्रीय उद्यान, ताडोबा अंधारी बाघ अभयारण्य, नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान, पेंच राष्ट्रीय उद्यान और संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान हैं।
![Chandoli National Park Maharashtra](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Chandoli-National-Park-Maharashtra-1024x576.webp)
चंदोली राष्ट्रीय उद्यान इसकी स्थापना मई 2004 में हुई थी, 317.7 वर्ग किलोमीटर का यह पार्क सह्याद्रि टाइगर रिजर्व का हिस्सा है, जिसका उत्तरी भाग कोयना वन्यजीव अभयारण्य है।एक राष्ट्रीय उद्यान है।
![Gugamal National Park Maharashtra](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Gugamal-National-Park-Maharashtra-1024x576.jpg)
गुगामल राष्ट्रीय उद्यान अमरावती जिले में मेलघाट टाइगर रिजर्व के सात संरक्षित क्षेत्रों में से एक है। यह पार्क 22 फरवरी 1974 को स्थापित किया गया था, और यह 350-1,178 मीटर की ऊंचाई पर सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला में स्थित है।
![Navegaon National Park Maharashtra](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Navegaon-National-Park-Maharashtra-1024x576.webp)
नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव उपखंड में स्थित है। “नवेगांव” नाम नवे + गांव शब्द से आया है। यहां पर अधिकतर आदिवासी लोग रहते हैं और यह स्थान पुराने समय में यह क्षेत्र गोंड राजाओं के अधीन था।
![Pench National Park](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Pench-National-Park-1024x576.jpg)
पेंच राष्ट्रीय उद्यान 257.3 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में इसकी स्थापना 1975 में हुई थी और यह दो राज्यों में फैले पहले बाघ अभ्यारण्यों में से एक है। पार्क का नाम पेंच नदी के नाम पर रखा गया है, जो इसमें उत्तर से दक्षिण की ओर बहती है।
![Sanjay Gandhi (Borivilli) National Park Maharashtra](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Sanjay-Gandhi-Borivilli-National-Park-Maharashtra-1024x576.webp)
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान मुंबई, महाराष्ट्र में 34 वर्ग मील का संरक्षित क्षेत्र है। यह एशिया में सबसे अधिक देखे जाने वाले राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है और शहर की सीमा के भीतर सबसे बड़ा पार्क है।
![Tadoba National Park](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Tadoba-National-Park-1024x576.webp)
ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान चंद्रपुर जिले में यह ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व का हिस्सा है, जिसे 1955 में स्थापित किया गया था और यह महाराष्ट्र का सबसे बड़ा और सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है।
2 National Park Manipur
पूर्वोत्तर भारत के मणिपुर राज्य के बिष्णुपुर जिले में एकमात्र केइबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान है,जो 40 किमी2 (15.4 वर्ग मील) क्षेत्रफल में फैला है।
![Keibul Lamjao National Park Manipur](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Keibul-Lamjao-National-Park-Manipur-1024x576.webp)
केइबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान है, और लोकतक झील का अभिन्न अंग है।यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की अस्थायी सूची में है, इसके अलावा लोकटक झील (140 वर्ग किमी) और पुमलेन पैट (43 वर्ग किमी) के बफर को भी कवर करता है।
![Shirui National Park](http://aryango.com/wp-content/uploads/2024/03/Shirui-National-Park-1024x576.jpg)
भारत के सुंदर राज्य मणिपुर में स्थित शिरुई राष्ट्रीय उद्यान, इस क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता और प्राकृतिक सुंदरता का प्रमाण है। 1982 में स्थापित, यह अभयारण्य राजसी ट्रैगोपैन, मायावी बाघ और गुप्त तेंदुए सहित विभिन्न प्रजातियों के लिए एक स्वर्ग के रूप में कार्य करता है।
2 National Park Meghalaya
उत्तर-पूर्वी भारत का एक छोटा सा राज्य मेघालय, जिसका शाब्दिक अर्थ है “बादलों का निवास”। वन क्षेत्र 9,496 वर्ग किमी है, जो राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 42.34% है।
![Balphakram National Park Meghalaya](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Balphakram-National-Park-Meghalaya-1024x576.jpg)
बलफाक्रम राष्ट्रीय उद्यान 220 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में इसकी स्थापना 27 दिसंबर 1987 को हुई थी और यह बांग्लादेश की सीमा के करीब गारो हिल्स के दक्षिण में स्थित है। पार्क का नाम “सतत हवाओं की भूमि” है। यह पार्क लेसर पांडा का घर है, जिसे रेड पांडा के नाम से भी जाना जाता है, जो दुनिया के सबसे लुप्तप्राय जानवरों में से एक है।
![Nokrek Ridge National Park Meghalaya](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Nokrek-Ridge-National-Park-Meghalaya-1024x576.jpg)
नोकरेक नेशनल पार्क मेघालय राज्य के गारो हिल्स में स्थित है, जो तीन जिलों, यानी पूर्वी गारो हिल्स, पश्चिम गारो हिल्स और दक्षिण गारो हिल्स के हिस्सों को कवर करता है। नोकरेक को 1986 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था जबकि अंतिम अधिसूचना 1997 में जारी की गई थी।
2 National Park Mizoram
मिजोरम पूर्व और दक्षिण में म्यांमार और पश्चिम में बांग्लादेश से घिरा है, यह इंडो-मलायन जैव-भौगोलिक क्षेत्र के अंतर्गत आता है। मिजोरम, उत्तर और दक्षिण की ओर बहने वाली नदियों द्वारा अलग किए गए खड़ी ढलानों के साथ पहाड़ियों और झरनों, हरी-भरी घाटियों और झरनों के बीच गहरी घाटियों के साथ, मिजोरम प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है।
![Murlen National Park Mizoram](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Murlen-National-Park-Mizoram-1024x576.webp)
मुरलेन राष्ट्रीय उद्यान चम्फाई जिले में 200 वर्ग किलोमीटर फैला है, इसकी स्थापना 1991 में हुई थी और यह आइजोल से लगभग 245 किलोमीटर पूर्व में, चिन हिल्स और भारत-म्यांमार सीमा के करीब स्थित है।
![Kaimoor Wildlife Sanctuary Uttar Pradesh](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Phawngpui-Blue-Mountain-National-Park-Mizoram-1024x576.jpg)
फौंगपुई ब्लू माउंटेन नेशनल पार्क 50 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हैं, इसकी स्थापना 1992 में हुई थी और यह आइजोल से लगभग 300 किलोमीटर दूर लॉन्ग्टलाई जिले में स्थित है। यह पार्क म्यांमार की सीमा के करीब है और पूर्व में कोलोडीन नदी से घिरा है।
1 National Park Nagaland
नतांगकी राष्ट्रीय उद्यान भारत के नागालैंड के पेरेन जिले में स्थित एकलौता राष्ट्रीय उद्यान है। इसे पहली बार 1993 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में नामित किया गया था। पार्क में रहने वाली प्रजातियों में दुर्लभ हूलॉक गिब्बन, गोल्डन लंगूर, हॉर्नबिल, एशियन पाम सिवेट, ब्लैक स्टॉर्क, बाघ, सफेद स्तन वाले किंगफिशर, मॉनिटर छिपकली, अजगर और स्लॉथ भालू शामिल हैं। . “नतांगकी” नाम ज़ेलियानग्रोंग नागाओं की ज़ेमे बोली से लिया गया है।
![Sepahijala Wildlife Sanctuary Tripura](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Intanki-National-Park-Nagaland-1024x576.webp)
इंतांकी राष्ट्रीय उद्यान, जिसे नतांगकी राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जाना जाता है, पेरेन जिले में यह पार्क 202.02 वर्ग किलोमीटर का है। जिनमें हूलॉक गिब्बन, पाम सिवेट, स्लॉथ भालू और बाघ शामिल हैं।
2 National Park Odisha
ओडिशा में दो राष्ट्रीय उद्यान हैं, जिनमें सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान, भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य अन्य प्रकृति भंडार शामिल हैं।
![Bhitarkanika National Park Odisha](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Bhitarkanika-National-Park-Odisha-1024x576.webp)
भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान केंद्रपाड़ा जिले में 145 किमी 2 (56 वर्ग मील) है। इसे 16 सितंबर 1998 को नामित किया गया था और 19 अगस्त 2002 को इस क्षेत्र को चिल्का झील के बाद राज्य के दूसरे रामसर साइट के रूप में भी नामित किया गया है।
![Satkosia Tiger Reserve Odisha](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Satkosia-National-Park-Odisha-1024x576.webp)
सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान मयूरभंज जिले में 2,750 वर्ग किलोमीटर का बाघ अभयारण्य और हाथी रिजर्व का हिस्सा है, जिसमें हदगढ़ वन्यजीव अभयारण्य और कुलडीहा वन्यजीव अभयारण्य भी शामिल हैं। पार्क का नाम “सिमुल” (रेशमी कपास) पेड़ के नाम पर रखा गया है।
5 National Park Rajasthan
राजस्थान के राष्ट्रीय उद्यान रेगिस्तान की प्राकृतिक समृद्धि के विशिष्ट प्रतिनिधित्व के कारण भारत के विविध संरक्षित क्षेत्रों में से एक हैं। भरतपुर राष्ट्रीय उद्यान पक्षी प्रजातियों की एक मनमोहक श्रृंखला प्रदान करता है, जो पक्षी प्रेमियों को जीवंत एविफ़ुना को देखकर आश्चर्यचकित होने का स्वर्ग प्रदान करता है। इस बीच, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान राजसी बाघों का सामना करने का एक दुर्लभ मौका प्रदान करता है, जो आगंतुकों को एक रोमांचक और अविस्मरणीय वन्यजीव अनुभव प्रदान करता है। कुल पांच राष्ट्रीय उद्यानों के साथ, राजस्थान के संरक्षित क्षेत्र क्षेत्र की अनूठी पारिस्थितिक टेपेस्ट्री का प्रदर्शन करते हैं और आगंतुकों को रेगिस्तानी परिदृश्य में पनप रहे विविध वन्य जीवन की एक झलक प्रदान करते हैं।
![Desert National Park Rajasthan](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Desert-National-Park-Rajasthan-1024x576.jpg)
डेजर्ट नेशनल पार्क (डीएनपी) राजस्थान के थार रेगिस्तान क्षेत्र में 3,162 वर्ग किमी का एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह पार्क जैसलमेर और बाड़मेर शहरों के पास स्थित है, और थार रेगिस्तान के पारिस्थितिकी तंत्र का एक उदाहरण है। यह एक शुष्क क्षेत्र है जहाँ बहुत कम वर्षा होती है, 100 मिमी से भी कम। पार्क के दो मुख्य आकर्षण हैं: रेत के टीले, रेगिस्तानी वन्य जीवन।
![Keoladeo National Park Rajasthan](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Keoladeo-National-Park-Rajasthan-1024x576.webp)
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, राजस्थान के मध्य में स्थित, पुरापाषाण क्षेत्र के प्रवासी जलपक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण आश्रय स्थल और कई निवासी प्रजनन पक्षियों के लिए एक आश्रय स्थल है। मानव बस्तियों से घिरे होने के बावजूद, केवल 2,873 हेक्टेयर जिसमें लगभग 375 पक्षी प्रजातियों के साथ-साथ असंख्य अन्य जीव भी हैं।
![Mukandra Hills Rajasthan](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Mukandra-Hills-Rajasthan-1024x576.webp)
राजस्थान के मध्य में स्थित मुकुंदरा हिल्स नेशनल पार्क प्रभावशाली 759.99 किमी2 (293.43 वर्ग मील) में फैला है। इसकी शुरुआत 2004 में हुई, जो भारत के संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अपने विशाल विस्तार के भीतर, पार्क में तीन अलग-अलग वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं: दर्रा वन्यजीव अभयारण्य, राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य, और जवाहर सागर वन्यजीव अभयारण्य। खतियार-गिर शुष्क पर्णपाती जंगलों के बीच स्थित, मुकुंदरा हिल्स नेशनल पार्क क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता के प्रमाण के रूप में खड़ा है।
![Ranthambore National Park Rajasthan](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Ranthambore-National-Park-Rajasthan-1024x576.jpg)
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान भारत के राजस्थान में एक वन्यजीव अभ्यारण्य है, जो अपने बाघों, तेंदुओं और अन्य बड़ी बिल्लियों के लिए जाना जाता है। यह सवाई माधोपुर जिले में स्थित है, जयपुर से लगभग 130 किलोमीटर और सवाई माधोपुर से 14 किलोमीटर दूर है। यह पार्क 1,334 वर्ग किलोमीटर आकार का है और इसका प्रबंधन पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
![Sariska National Park Rajasthan](http://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Sariska-National-Park-Rajasthan-1024x576.webp)
राजस्थान के अलवर जिले में स्थित सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान 881 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है, जो इसे इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण वन्यजीव अभयारण्य बनाता है। अपनी मनोरम सफ़ारी के लिए प्रसिद्ध, राजसी रॉयल बंगाल टाइगर, मायावी तेंदुओं और अन्य आकर्षक प्रजातियों के ढेरों के साथ ध्यान आकर्षित करता है। पार्क के माध्यम से प्रत्येक सफारी वन्यजीव जो आगंतुकों को प्रकृति की सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देती है।
1 National Park Sikkim
भारत के सिक्किम के शांत परिदृश्य में स्थित, कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान स्थित है, जिसे कंचनजंगा बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में भी जाना जाता है। इस प्राचीन अभयारण्य ने जुलाई 2016 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में अपना प्रतिष्ठित स्थान अर्जित किया, जो इसे भारत की पहली “मिश्रित विरासत” साइट के रूप में चिह्नित करता है। इसके अतिरिक्त, इसे प्रतिष्ठित यूनेस्को मैन और बायोस्फीयर प्रोग्राम में अपना स्थान मिला।
![Khangchendzonga National Park Sikkim](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Khangchendzonga-National-Park-Sikkim-1024x576.webp)
राजसी कंचनजंगा के नाम पर, जो दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है, जिसकी ऊंचाई 8,586 मीटर (28,169 फीट) है, यह पार्क 849.5 वर्ग किलोमीटर (328.0 वर्ग मील) के विशाल क्षेत्र में फैला है। इसके मनमोहक विस्तार और समृद्ध जैव विविधता इसे अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता और पारिस्थितिक महत्व का अभयारण्य बनाती है।
5 National Park Tamil Nadu
तमिलनाडु में संरक्षित क्षेत्र 3,305 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला है, जो राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 2.54% है। इस भूमि के भीतर महत्वपूर्ण प्राकृतिक खजाने छिपे हैं, जो तमिलनाडु के दर्ज वन क्षेत्र का 15% हिस्सा है, जो 22,643 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है। भारत के संदर्भ में, ये संरक्षित क्षेत्र उल्लेखनीय स्थान रखते हैं, अपने कुल विस्तार के मामले में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 14वें स्थान पर हैं।
इन अभयारण्यों और अभ्यारण्यों का एक समृद्ध इतिहास है, जिनकी उत्पत्ति दक्षिण भारत की रियासतों के महाराजाओं के पूर्व शिकार स्थलों से हुई है। इनमें से, मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान एक अग्रणी के रूप में खड़ा है, जिसे 1940 में इस क्षेत्र के उद्घाटन आधुनिक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था। समय के साथ, ये संरक्षित क्षेत्र भारत सरकार के पर्यावरण और वन मंत्रालय के साथ-साथ तमिलनाडु वन विभाग के अधिकार क्षेत्र में आ गए हैं, जो उनके संरक्षण और प्रबंधन को सुनिश्चित करते हैं।
![Guindy National Park Tamil Nadu](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Guindy-National-Park-Tamil-Nadu-1024x576.webp)
गिंडी नेशनल पार्क, चेन्नई, तमिलनाडु के मध्य में स्थित है, जो 2.70 वर्ग किलोमीटर (1.04 वर्ग मील) में फैला है। अपने मामूली आकार के बावजूद, इसे भारत का 8वां सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान होने का गौरव प्राप्त है और यह एक हलचल भरे शहरी केंद्र के भीतर स्थित कुछ दुर्लभ राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
3 National Park Telangana
2 National Park Tripura
1 Uttar Pradesh
उत्तर प्रदेश राज्य में केवल एक दुधवा राष्ट्रीय उद्यान है जो लखीमपुर जिले में स्थित है।
6 National Park Uttarakhand
![Jim Corbett National Park Uttarakhand](http://aryango.com/wp-content/uploads/2022/12/Jim-Corbett-National-Park-Uttarakhand-1024x576.webp)
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड भारत का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान हैं, जिसकी स्थापना वर्ष 1936 में हैली नेशनल पार्क रूप में की गई थी, बाद में इस राष्ट्रीय उद्यान का नाम बदलकर ‘ जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क ‘ रखा गया और जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान को भारत का पहला टाइगर रिजर्व भी हैं।