बृहस्पति कुंड (Brihaspati Kund) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले, बुंदेलखंड में स्थित एक प्राकृतिक गड्ढा है। यह स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। पन्ना से दूरी 25 किमी और कालिंजर किले से दूरी 18 किमी दक्षिण की ओर है।
बृहस्पति कुंड में प्राकृतिक सुंदरता की अनुपम सौगात के चलते यहां पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं मौजूद है। बृहस्पति कुंड का प्राकृतिक मनोरम स्थलों में से एक है। बृहस्पति कुंड बाघ नदी के तेज प्रवाह क्षेत्र पर बना एक ज्वालामुखी आकृति का एक कुंड का दिलकश नजारा है, जो मन को मंत्रमुग्ध कर देने वाला है।
बृहस्पति कुंड में मानसून के सीजन में आप देखेंगे घोड़े की नाल की आकृति में गहरी घाटी में गिरता हुआ जलप्रपात एक ऐसा बहन गम दृश्य का निर्माण करता है जिस को शब्दों से बयां कर पाना कठिन है। कहा जाता है बृहस्पति कुंड का निर्माण देव गुरु बृहस्पति ऋषि ने यहां पर यज्ञ किया था।
यहां पर ऋषि-मुनियों के प्राचीन काल में अनेक आश्रम रहे। कहा जाता है त्रेतायुग में भगवान राम अपने चित्रकूट वनवास काल में मां सीता और लक्ष्मण जी के साथ यहां ऋषि मुनियों के दर्शन करने के लिए आते थे। यहां पर मौजूद गुफाओं और चट्टानों में आदिमानव काल द्वारा हजारों साल पहले बनाए गए सेल वृत्तचित्र आज भी मौजूद है।
![Brihaspati Kund Waterfalls Panna](https://aryango.com/wp-content/uploads/2023/01/Brihaspati-Kund-Waterfalls-Panna.webp)
अधिकांश शैल चित्रों में आदि मानव और प्रकृति का तत्काल के शिकार संबंधी गतिविधियों और वन्यजीवों के चित्र मौजूद है। अगर आर्थिक रूप से देखा जाए बृहस्पति जलप्रपात के आस पास बहुत सारी हीरो की खदान भी बड़ी संख्या में मौजूद है जहां लोग अपनी किस्मत चमकाने की मंशा से बेशकीमती हीरो की तलाश करने के लिए पट्टे पर शासन से जमीन लेते हैं।