मध्यप्रदेश राज्य में बहुत सारे दर्शनीय स्थान मौजूद हैं। मध्यप्रदेश के हर जिले में आपको अपनी और आकर्षित करते पर्यटन स्थल , धार्मिक स्थल या ऐतिहासिक स्थान मिल जायेंगे। जो विश्व पर्यटन स्थल के पटल पर अपना महत्त्व रखते हैं। मध्यप्रदेश के जिलों की सूची में बालाघाट भी शामिल है।बालाघाट को “बरहा ” के नाम से भी जाना जाता है।बालाघाट मध्यप्रदेश राज्य का एक जिला है। यह क्षेत्र प्राक्रतिक संपदाओं से भरपूर है।
बालाघाट में मौजूद दर्शनीय स्थान
बालाघाट के पर्यटन स्थलों की सूची में बहुत सरे स्थानों के नाम अंकित है। जो लोगों को अपनी और आकर्षित कर ही लेते हैं।बालाघाट में मौजूद दर्शनीय स्थलों की सूची कुछ इस प्रकार है-
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान बालाघाट जिले का एक प्रमुख पर्यटन क्षेत्र है। यह कान्हा रास्ट्रीय उद्यान बालाघाट और मंडला दोनों के अंतर्गत आता है। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान भारत ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व पटल पर अपना महत्त्व बनाये हुए है। यह राष्ट्रीय उद्यान विलुप्त होती जगंली प्रजातियों और वनस्पतियों के संरक्ष्ण के लिए प्रसिद्द है।
हट्टा की बाबड़ी
बालाघाट की संस्कृति और विरासत हट्टा की बाबड़ी का निर्माण गौंड राजाओं द्वारा कराया गया था। इसका निर्माण गौंड राजा हट्टे सिंह ने अपने सेनिकों के लिए बनवाया था। इस बाबड़ी में कुछ सुरंगे मौजूद हैं जो लांजी के किले और मंडला के किले को जोडती है। यह बाबड़ी एक पर्यटन स्थल है। इस बाबड़ी के अंदर बहुत सी मुर्तिया अंकित है। यह बाबड़ी भारतीय पुरातत्व विभाग ने अपने अंतर्गत ले लिया।
कैसे पहुंचे बालाघाट
बालाघाट पहुँचने के लिए आप वायु मार्ग ,सड़क मार्ग और रेल मार्ग से आ सकते है।
वायु मार्ग द्वारा
यदि आप हवाई यात्रा करके बालाघाट आना चाहते हैं तो आप बालाघाट के निअक्त विरबा एअरपोर्ट मौजूद है। जो जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर है।
रेल द्वारा
आप यहाँ रेल से यात्रा करके भी बालाघाट पहुँच सकते हैं। बालाघाट रेलवे स्टेशन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जबलपुर-नैनपुर-गोंदिया खंड पर, मध्य प्रदेश के भारतीय राज्य में स्थित है।
सड़क मार्ग से
सड़क मार्ग से भी बालाघाट पहुंचा जा सकता है।यहाँ पर देश के मुख्य शहरों से बस की सेवा उपलब्ध है।