सिंगफन वन्यजीव अभयारण्य भारतीय राज्य नागालैंड के मोन जिले में स्थित है। 1997 में स्थापित, अभयारण्य लगभग 200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और राज्य में एक महत्वपूर्ण संरक्षण क्षेत्र है।
अभयारण्य वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत विविधता का घर है, जिसमें स्तनधारियों की कई प्रजातियाँ शामिल हैं, जैसे कि एशियाई काला भालू, बादल वाला तेंदुआ और भारतीय हाथी। अभयारण्य पक्षियों की कई प्रजातियों का भी घर है, जैसे कि भारतीय हॉर्नबिल, ग्रे मोर-तीतर, और महान भारतीय बस्टर्ड।
अभयारण्य में वनस्पति मुख्य रूप से उपोष्णकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय जंगलों से बना है, जिसमें ओक, पाइन और रोडोडेंड्रोन जैसे पेड़ों की कई प्रजातियां हैं। अभयारण्य औषधीय पौधों की कई प्रजातियों का भी घर है।
अभ्यारण्य में आने वाले पर्यटक विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में भाग ले सकते हैं, जैसे ट्रेकिंग, वन्य जीवन देखना और पक्षियों को देखना। अभयारण्य में कई लंबी पैदल यात्रा के रास्ते हैं, जो आगंतुकों को क्षेत्र के वनस्पतियों और जीवों का पता लगाने का अवसर प्रदान करते हैं।
अभयारण्य की यात्रा का सबसे अच्छा समय नवंबर और मार्च के बीच है, जब मौसम ठंडा और सुखद होता है। अभयारण्य सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है, और सोम जिला मुख्यालय से लगभग 68 किलोमीटर दूर है।
सिंगफन वन्यजीव अभयारण्य नागालैंड में एक महत्वपूर्ण संरक्षण क्षेत्र है, और प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए एक जरूरी गंतव्य है। यह क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करने और क्षेत्र की जैव विविधता के संरक्षण के महत्व की सराहना करने का अवसर प्रदान करता है।