आज जब पन्ना जिला विकास की दाल में पिछड़ गया है अन्य जिलों से वैसे ही अभूतपूर्व इतिहास और ऐतिहासिक पवित्र स्थल की पहचान भी आज मिटती जा रही है।
सिद्धनाथ टेंपल के बारे में कहा जाता है कि जब भगवान श्वेता युग में श्री राम के अवतार में वनवास काल में पन्ना आए थे उसी दौरान उनकी भेंट अगस्त ऋषि से इसी सिद्धनाथ क्षेत्र में हुई थी। भगवान राम और अगस्त ऋषि किसी ऐतिहासिक मुलाकात के कारण पन्ना की दुनिया में एक अलग पहचान भी है।
सिद्धनाथ टेंपल राम वन गमन मार्ग में पड़ता है यह स्थान पन्ना जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर सलेहा के क्षेत्र में स्थित है,जिसे सिद्धनाथ मंदिर के, नाम से जाना जाता है। यहां आज भी अगस्त ऋषि का आश्रम मौजूद है जहां पर भी तपस्या किया करते थे। सिद्धनाथ मंदिर में पहुंचने के लिए आपको एक छोटी नदी को पार करना पड़ेगा।
अभी उस पर पुल का निर्माण कार्य नहीं हो सका है। यह मंदिर छठवीं शताब्दी पूर्व बनाया गया था। जो अनोखी शिल्प कला के लिए विख्यात है। यहां 108 कुंडीय भव्य मंदिर भी बना हुआ है। नदी किनारे बने सिद्धनाथ मंदिर पहुंचने के लिए आपको कच्ची सड़क और पहाड़ी रास्ता होकर मंदिर तक पहुंचना होगा।