पांडवों के विश्राम स्थल के पास है पांडव जलप्रपात है आदित्य सुंदर और धर्मों के कारण पर्यटकों को बहुत ही लोकप्रिय हैं।
झरने का उल्लेख महाभारत काल मैं भी मिलता है महाभारत काल में जब पांडवों को 14 साल का बनवास काटना था तो इसी झरने के पास आकर काफी समय तक वहां रहे थे और यहीं पर उन्होंने पांडव गुफाओं का निर्माण किया था जिसे पांडव की गुफाओं के नाम से भी जाना जाता है।
आपको यहां पर पांडवों द्वारा निर्मित भगवान शिव के शिवलिंग भी देखने को मिलेगा। जिसके बारे में कहा जाता है क्या शिवलिंग पांडवों द्वारा भगवान शिव की स्तुति और आराधना के लिए स्थापित किया गया था। यह जगह बहुत खूबसूरत है पांडव गुफा एवं झरना पन्ना नेशनल पार्क के अंदर ही स्थित है।
अगर आप खजुराहो की तरफ जाएंगे तो आपको देखने को मिल जाएगा यहां पर आ कर आपको बहुत अच्छा लगेगा आप परिवार के साथ आइए और इस झरने को देखिए। यहां पर आकर आपको समय रखिए अच्छा समय बताइए आपको मन को शांति देगा और जीवन की भाग दूरी जीवन की थकान से कुछ समय के लिए आपको आराम भी देगा। आप यहां गर्मी के समय में ना आएं क्योंकि वाटरफॉल सूख जाता है। प्रकृति ने इतनी सुन्दरता विखेरी हैं की, आंखों से निहारती ही बनती है।
“धर्मेंद्र सिंह आर्यन गो में सीनियर डिजिटल कंटेंट राइटर कार्यरत है। उम्र 35 साल है, शैक्षिणिक योग्यता दर्शनशास्त्र में एम.फिल है, मुझे किताबें पढ़ने, लेखन और यात्रा करने का शौक है, मेरा आहार शुद्ध शाकाहारी भोजन है। मुझे भारत के छिपे हुए पर्यटक स्थलों की खोज करने और उन पर लेख लिखने का गहरा जुनून है।
पिछले 18 वर्षों से, मैंने एक ट्रैवल गाइड के रूप में अमूल्य अनुभव एकत्र किए हैं, जिन्हें मैं अब अपने ब्लॉग के माध्यम से गर्व से साझा करता हूं। मेरा लक्ष्य आपको भारत के सबसे आकर्षक यात्रा स्थलों के बारे में आकर्षक और व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना है, साथ ही अन्य उपयोगी ज्ञान जो आपकी यात्रा को बेहतर बनाता है।
मैंने एक ब्लॉगर, YouTuber और डिजिटल मार्केटर के रूप में अपनी भूमिकाएँ निभाई हैं। मैं प्रकृति की गोद में बसे एक छोटे से गाँव में अपने शांतिपूर्ण जीवन से प्रेरणा लेता हूँ। मेरी यात्रा दृढ़ता और समर्पण की रही है, क्योंकि मैंने अपने सपनों को वास्तविकता में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है। अपने ब्लॉग के माध्यम से, मैं अपने द्वारा अर्जित ज्ञान को साझा करना चाहता हूँ और दूसरों को रोमांचकारी यात्रा करने के लिए प्रेरित करना चाहता हूँ।“