पांडवों के विश्राम स्थल के पास है पांडव जलप्रपात है आदित्य सुंदर और धर्मों के कारण पर्यटकों को बहुत ही लोकप्रिय हैं।
झरने का उल्लेख महाभारत काल मैं भी मिलता है महाभारत काल में जब पांडवों को 14 साल का बनवास काटना था तो इसी झरने के पास आकर काफी समय तक वहां रहे थे और यहीं पर उन्होंने पांडव गुफाओं का निर्माण किया था जिसे पांडव की गुफाओं के नाम से भी जाना जाता है।
आपको यहां पर पांडवों द्वारा निर्मित भगवान शिव के शिवलिंग भी देखने को मिलेगा। जिसके बारे में कहा जाता है क्या शिवलिंग पांडवों द्वारा भगवान शिव की स्तुति और आराधना के लिए स्थापित किया गया था। यह जगह बहुत खूबसूरत है पांडव गुफा एवं झरना पन्ना नेशनल पार्क के अंदर ही स्थित है।
अगर आप खजुराहो की तरफ जाएंगे तो आपको देखने को मिल जाएगा यहां पर आ कर आपको बहुत अच्छा लगेगा आप परिवार के साथ आइए और इस झरने को देखिए। यहां पर आकर आपको समय रखिए अच्छा समय बताइए आपको मन को शांति देगा और जीवन की भाग दूरी जीवन की थकान से कुछ समय के लिए आपको आराम भी देगा। आप यहां गर्मी के समय में ना आएं क्योंकि वाटरफॉल सूख जाता है। प्रकृति ने इतनी सुन्दरता विखेरी हैं की, आंखों से निहारती ही बनती है।