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Orang Tiger Reserve Assam

Orang Tiger Reserve Assam

असम में ब्रम्हपुत्र नदी के उत्तर पूर्वी तट सबसे पुराने रत्नों में एक हैं ओरंग राष्ट्रीय उद्यान यह पार्क विभिन्न प्रकार के प्रजनन के लिए प्रसिद्ध है। असम में स्थित दर्रान के सोनितपुर को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में सन 1985 में पुनः स्थापित किया गया था।

13 अप्रैल 1999 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। साथ ही काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के साथ इसके द्रश्य की समानता को देखकर रिजर्व को ‘मिनी’ नाम दे दिया है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में एक सींग वाले गैंडे भी पाए जाने का अनुमान हैं, इसलिए पार्क धीरे-धीरे अधिक लोगों के बीच एक पसंदीदा विकल्प के रूप में उभर आया है।

ओरंग राष्ट्रीय उद्यान को आमतौर ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के सुन्दर द्रश्य के साथ समानता भरे होने के कारण “मिनी काजीरंगा” के नाम से जाना जाता है। गुवाहाटी शहर से ओरंग राष्ट्रीय उद्यान 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं प्रकृति की प्राकृतिक सुंदरता से यह राष्ट्रीय उद्यान सुशोभित है जो विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों से भरा हुआ है।

ओरंग राष्ट्रीय उद्यान के बारे में यह भी कहा जाता है कि एक बार इस पार्क में ओरंग नमक जनजाति का निवास हुआ करता था, जिन्होंने प्रभावी वन क्षेत्र को छोड़ दिया था और इसे सन 1999 तक एक रिजर्व के रूप में बदल दिया गया था। यहाँ पर दलदलीय घास के मैदान में मानव द्वारा निर्मित 26 झीलें हैं

यहाँ की बहुत ही काम झीले हैं जिन पर पानी भरा हुआ हैं और जिसमे से कुछ झीले सूख चुकी हैं, और कुछ अभी भी वर्षा जल का संरक्षण करते हैं जो प्रवासी पक्षियों के लिए अश्रेय का स्थान है।

ओरंग राष्ट्रीय उद्यान कों राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जाता है, यह एक ऐसा स्थान है जहां घुमने के लिए जीवन में एक बार जरुर जाना चाहिए। इसलिए इससे पहले कि आप असम में ओरंग नेशनल पार्क जाएं यहाँ की प्राकृतिक अभ्यारण्य में अपने आप में बहुत ही फैमस हैं।

यहाँ देखने के लिए बहुत कुछ खास है, इस जगह के बारे में अधिक जानने के लिए आप घुमने के लिए जा सकते हैं तनाव से मुक्त होकर छुट्टी के समय पर इसके सार का आनंद ले सकते हैं। भारत में टाइगर रिजर्व होने के तहत यह 49वां टाइगर रिजर्व बनने के बाद इसे ओरंग टाइगर रिजर्व कहा जाता है।

असम एक चाय उत्पादक देश हैं, जहा पर सबसे अधिक चाय होती हैं यह चाय के प्रेमियों के लिए यह यात्रा बहुत ही अच्छी यात्रा है असम में आपको चाय के बड़े-बड़े बागवान भी देखेने के लिए मिलेंगे।

ओरंग राष्ट्रीय उद्यान में वन्यजीव

इस पार्क की अद्भुत सुंदरता का स्वरुप देखने व विलुप्त वन्यजीवों की प्रजाति को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक ओरंग राष्ट्रीय उद्यान में सालाना यहाँ पर घुमने के लिए आते हैं।

ओरंग राष्ट्रीय उद्यान में आपको ये सभी वन्यजीव देखने को मिलेंगे जीव। सबसे विशाल एक सींग वाले गैंडे, जंगली भैंसों का घर माना जाता हैं। इनके अलावा आपको ये सभी जानवर भी देखने को मिल जायेंगे जैसे राष्ट्रीय उद्यान रॉयल बंगाल टाइगर्स, एशियाई हाथियों और दलदल हिरण का मुख्य रूप से निवास स्थल हैं।

ओरंग राष्ट्रीय उद्यान कौन कौन से जानवर

यदि आप यहाँ पर घूमने के लिए आते हैं तो आपको यहाँ पर ये सभी जानवर देखने को मिल सकते हैं जो की अब बहुत ही काम राष्ट्रीय अभ्यारणों में देखने को मिलते हैं

जैसे- एक सींग वाले गैंडे, एशियाई हाथी, हिमालयी काला भालू, बंगाल टाइगर, बाघ, तेंदुआ, काला हिरन, कंगारू, सांभर, नीलगाय और धारीदार लकड़बग्घा, रॉयल गोल्डन लंगूर और सुअर, अफ्रीकी व्हाइट राइनो, ब्लैक गैंडा, जिराफ़ आदि जैसे बहुत से विदेशी वन्यजीवों को देख सकते है।