Nahan Devi Temple Jabalpur : नाहन देवी मंदिर, जबलपुर जिले के प्रसिद्ध स्थलों में से एक हैं, जो जबलपुर शहर से लगभग 45 किलोमीटर दूर दमोह रोड से जाने पर कटंगी के पास ककरहटा गांव में हिरन नदी के किनारे स्थित है। यहाँ पहुचने के लिए बड़ा सा प्रवेश द्वार जबलपुर दमोह हाईवे रोड में ही देखने के लिए मिल जाता है। इस स्थल में आपको नदी के बीचों- बीच स्थित एक बड़ी सी अद्भुत चट्टान मौजूद है, जिसे नाहन देवी के रूप में पूजा जाता है। यह जबलपुर के पास बेस्ट फैमिली पिकनिक स्पॉट भी हैं।
नाहन देवी मंदिर, जबलपुर जिले के प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। यह मंदिर जबलपुर शहर से लगभग 45 किलोमीटर दूर दमोह रोड से जाने पर कटंगी के पास ककरहटा गांव में हिरन नदी के किनारे स्थित है। यहाँ पहुचने के लिए बड़ा सा प्रवेश द्वार जबलपुर दमोह हाईवे रोड में ही देखने के लिए मिल जाता है। नाहन देवी के इस स्थान पर मकर संक्रांति के दिन से सात दिनों तक विशाल मेले का आयोजन होता है, जो कि सदियों से चला आ रहा है। इस मेले में जबलपुर जिले समेत आसपास के कई जिलों के लोग बड़ी संख्या में यहां आते हैं और मां नाहन देवी के दर्शन कर आशीर्वाद लेते हैं।
इसके साथ-साथ, सात दिनों तक यहां यज्ञ और भागवत कथा का आयोजन भी होता है। नाहन देवी का यह स्थल दार्शनिक स्थल के साथ साथ एक पर्यटक स्थल भी है, जहां हिरन नदी और उसके आसपास का प्राकृतिक जंगल और विशेष तरह के पत्थर चट्टानें बेहद खूबसूरत हैं। आज लगभग 50000 से भी ज्यादा संख्या में लोगों ने माँ नाहन देवी के दर्शन किये। आज तीन वर्षों के बाद यहाँ पर फिर से रौनक लोट आई हैं, और आज से यहाँ मेला घट मैदान में दुकाने सजने लगीं हैं, टेंट और पंडाल लगने लगें हैं।
नहान देवी मंदिर ककरेहटा जटासी रोड, मझौली, पाटन, जबलपुर जिला, मध्य प्रदेश पर स्थित है। यह मंदिर सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे खुला रहता है। कुछ लोग कहते हैं कि मंदिर एक सुंदर पिकनिक स्थल है और इसमें व्हीलचेयर से जाने योग्य प्रवेश द्वार और पार्किंग स्थल है। दूसरों का कहना है कि मंदिर प्राकृतिक है और इसमें सकारात्मक ऊर्जा है। कुछ लोग मंदिर के नदी के किनारे और पहाड़ी क्षेत्र में स्थित होने का भी उल्लेख करते हैं।
यहाँ के आसपास गांव के लोगों में इस स्थल के प्रति बहुत श्रद्धा और आस्था रखते है। बहुत दूर–दूर से लोग इस स्थल को दर्शन के लिए आते हैं। इस स्थल में मन्नत मांगते हैं। कहा जाता है कि, जो भी लोग इस स्थल में आकर नाहन देवी के सामने मन्नत मांगते है। उसकी मन्नत जरूर पूरी होती है और वह इस मंदिर में दोबारा दर्शन करने जरूर आता है। खून जमा देने वाली कड़कती ठंड होने के बाबजूद भक्तों की धार्मिक आस्था के चलतें मकर सक्रांति के महापर्व पर नाहन देवी, हिरन नदी में हजारों भक्त 3 से 4 दिनों तक दूर-दूर से धार्मिक स्नान करने इस स्थल पर पहुचेंगे।
नाहन देवी मंदिर मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित है। यह एक हिंदू मंदिर है जो देवी नाहन देवी को समर्पित है। मंदिर नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। यह 2000 वर्ष से अधिक पुराना माना जाता है और इसे भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है। मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जिसमें जटिल नक्काशी और मूर्तियां शामिल हैं। मंदिर में देश भर से भक्त आते हैं जो देवी का आशीर्वाद लेने आते हैं।
आज हिरन नदी का पानी वहुत ही खारब हो चूका हैं अब यह नदी एक नाले के रूप में परिवर्तित हो चुकी हैं, इस क्षेत्र के लोंगों के लये यह जीवनदयानी हैं, परन्तु आज जबलपुर शहर का गंदे पानी के कई नाले इस नदी को दूषित का रहे हैं। जिस कारण आज इस नदी का पानी का रंग कला (ग्रे) रंग का हो चूका हैं। फिर भी लोंगो का इस हिरन नदी व Nahan Devi से जुडाव और पानी का उपयोग जरी हैं।
Nahan Devi मेला समिति
नाहन देवी समिति , नाहन देवी मेला समिति, ग्राम पंचायत ककरहटा एवं मेला प्रशासन से एक छोटा सा अनुरोध हैं की महिलाओं को नहाने के बाद भीड़-भाड़ वाले सार्वजानिक स्थलों में कपड़ें बदलने में वहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं, अगर समिति से हो सके तो कम से कम 2 अस्थाई महिलाओं के चेंजिंग रूम, झोपड़ियों का निर्माण नाहन देवी घाट के पास कर दे। मेला समिति द्वारा किया गया यह कार्य काफी सराहनीय उत्कृष्ठ कार्य होगा।
भागवान शिव शंकर के चरणों से हुआ हिरन नदी का उद्गम कुंडेश्वर धाम कुण्डम जबलपुर मध्य प्रदेश
Nahan Devi Temple Jabalpur : नाहन देवी मंदिर जबलपुर
हिरण नदी के किनारे पर छोटी नाहन देवी की चट्टान मौजूद है। यहाँ के लोंगों की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नाहन देवी पांच देवियों का समूह हैं, जिनमें मुख्य तीन देवीं नाहन देवी की वाडी चट्टान में मौजूद हैं, जबकि एक नाहन देवी कटंगी के पास कुंडा धाम में निवास करती हैं। सबसे छोटी नाहन देवी (Nahan Devi) हिरण नदी के दूसरे किनारे पर छोटी सी चट्टान के रूप में पूजी जाती है, इस स्थान के बारें में ज्यादा लोगों को पता नहीं हैं, इस लये वे इस स्थान तक नहीं पहुँच पातें हैं।
जिस कारण नाहन देवी का यह सुन्दर नजारा देखने से बंचित रह जातें हैं। इसी सुन्दर द्रश्य को दिखाने की कोशिश हमने की हैं। हमें अब लगता हैं की अब आप जब भी नाहन देवी जायेंगे तो आप इस किनारे भी जाकर अपनी नाहन देवी स्थल यात्रा को यादगार बनायेंगे। जब नदी में बाढ़ आती है, तब यह छोटी नाहन देवी की चट्टान डूब जाती हैं और बड़ी नाहन देवी की चट्टान कभी नहीं डूबती है, और इसी नाहन देवी चट्टान की पूजा लोग करते हैं।
Fair of Nahan Devi Temple : नाहन देवी का मेला
नाहन देवी का मेला (Nahan Devi) : 14 जनवरी 2024 को 3 वर्षों के बाद 7 दिवसीय मेला लगने जा रहा हैं। नाहन देवी का मेला हिरन नदी के किनारे लगता हैं वह स्थानीय लोगों में वहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध स्थल है, यहाँ लोग दूर-दूर से मकर संक्रांति में धार्मिक स्नान करने आतें है। इसी स्थान में मेरा बचपन गुजरा हैं क्योंकि यहाँ पर मेरा नानीहाल हैं, नाहन देवी से मेरी वहुत सी यादें और आस्था जुड़ीं हुयी हैं।
नाहन देवी में विशाल मेला लग चूका हैं, इस मेले को देखने के लिए दूर-दूर से लोग 2 से 3 दिनों में बड़ी संख्या में यहाँ आयेंगे। नाहन देवी के स्थान पर ही आपकों वहुत सारी फूल और प्रसाद की दुकान देखने को मिल जायेंगी।
जबलपुर दमोह हाईवे रोड से 5 km अन्दर ककरेहटा गाँव के पास हिरन नदी के किनारे नाहन देवी मंदिर स्थित है। यह मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है और इस मंदिर में भी जो देवी जी की मूर्ति है वह अवसादी शैल से प्रकृति रूप से निर्मित विशालकाय अक्रती की हैं। जो हिरण नदी के बीचों-बीच में स्थित है।
नाहन देवी का मेला मकर संक्रांति के समय 14 जनवरी से 22 जनवरी तक 7 दिनों तक लगता है। इस मेले में दूर–दूर से लोग आते हैं। नाहन देवी स्थल हिरण नदी के पास में बना है, जिससे मंदिर का दृश्य बहुत ही खूबसूरत लगता है। इस जगह पर हिरण नदी बहुत गहरी है।
नाहन देवी की मूर्ति व चट्टान को सभी लोग पूजते हैं। यहां पर नवरात्रि के समय बहुत बड़ी चुनरी यात्रा का आयोजन होता हैं। जबलपुर और दमोह जिले से बहुत सारे लोग यहां पर घूमने और पिकनिक मनाने के लये आते हैं।
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कहा जाता है कि अगर कोई यहां पर डूब जाता है, तो वह वापस नहीं आ पाता है। आपको यहां पर बहुत सारी मछलियां भी देखने के लिए मिल जाती हैं। यहां पर पंछियों की आवाज बहुत ही सुरीली लगती है। तोते यहां पर टाय-टाय करते रहते हैं, जो आपको बहुत अच्छी लगेगी।
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Nahan Devi Video
हनुमान बाग मंदिर खजरी आश्रम
जब भी आप नाहन देवी दर्शन करने जाएँ अगर आपके पास थोडा सा समय और निजी वाहनहो तो हनुमान बाग अवश्य आये। यहाँ पर भगवान शिव जी का एक मंदीर एवं दूसरा हनुमान जी वहुत ही सुन्दर मंदीर बना हुआ है। साथ ही यहाँ पर बहुत ही सुन्दर गार्डन है जो हनुमान बाग के नाम से जाना जाता है।
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कुंडा धाम कटंगी एक सिद्ध धाम हैं, जो कटंगी नगर के पास स्थित है
“धर्मेंद्र सिंह आर्यन गो में सीनियर डिजिटल कंटेंट राइटर कार्यरत है। उम्र 35 साल है, शैक्षिणिक योग्यता दर्शनशास्त्र में एम.फिल है, मुझे किताबें पढ़ने, लेखन और यात्रा करने का शौक है, मेरा आहार शुद्ध शाकाहारी भोजन है। मुझे भारत के छिपे हुए पर्यटक स्थलों की खोज करने और उन पर लेख लिखने का गहरा जुनून है।
पिछले 18 वर्षों से, मैंने एक ट्रैवल गाइड के रूप में अमूल्य अनुभव एकत्र किए हैं, जिन्हें मैं अब अपने ब्लॉग के माध्यम से गर्व से साझा करता हूं। मेरा लक्ष्य आपको भारत के सबसे आकर्षक यात्रा स्थलों के बारे में आकर्षक और व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना है, साथ ही अन्य उपयोगी ज्ञान जो आपकी यात्रा को बेहतर बनाता है।
मैंने एक ब्लॉगर, YouTuber और डिजिटल मार्केटर के रूप में अपनी भूमिकाएँ निभाई हैं। मैं प्रकृति की गोद में बसे एक छोटे से गाँव में अपने शांतिपूर्ण जीवन से प्रेरणा लेता हूँ। मेरी यात्रा दृढ़ता और समर्पण की रही है, क्योंकि मैंने अपने सपनों को वास्तविकता में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है। अपने ब्लॉग के माध्यम से, मैं अपने द्वारा अर्जित ज्ञान को साझा करना चाहता हूँ और दूसरों को रोमांचकारी यात्रा करने के लिए प्रेरित करना चाहता हूँ।“