Jilehari : जिस प्रकार माँ नर्मदा की गोद से नर्मदेस्वर के रूप में शिवलिंग प्रकट होता है। इसी प्रकार मध्यप्रदेश के कटनी जिले में एक छोटा सा गाँव जिलेहरी जहाँ पर शिवलिंग चमत्कारिक रूप से प्रकट होती है। यह एक सिद्ध क्षेत्र है। यंहा के लोगों की मान्यता है की यह जिलहरी गाँव शिवलिंग के जलहरी के समान हैं। और यह अनादी काल से मौजूद है।
यहां पर बहुत ही बड़ी बड़ी चट्टानें हैं जिन पर यदि लोग सच्चे मन से उस चट्टान पर गोल आक्रति बनाते हैं तो कुछ समय के बाद चट्टान का वह हिस्सा शिवलिंग का रूप लेकर शिवलिंग से अलग हो जाता है। जोकि बहुत ही चमत्कारिक घटना है। इस मंदिर के समीप बहुत सारे ऐसे शिवलिंग मौजूद हैं जोकि चट्टानों से अलग होकर बने हैं।
इस परिसर में एक छोटा सा मंदिर है जिसमे भगवान कृष्ण ,श्री राधा रानी के साथ बैठे हुए है। और साथ ही इस मंदिर में सिद्ध बाबा की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर के समीप ही एक छोटा सा कुण्ड मौजूद है। पास में ही एक आश्रम बना हुआ है।
इस मंदिर के अलावा 10 किलोमीटर की सीमा के अंदर यहाँ पर अन्य पर्यटन स्थल भी मौजूद हैं। जैसे तिग्वा का कंकाली माता मंदिर, रूपनाथ मंदिर
“धर्मेंद्र सिंह आर्यन गो में सीनियर डिजिटल कंटेंट राइटर कार्यरत है। उम्र 35 साल है, शैक्षिणिक योग्यता दर्शनशास्त्र में एम.फिल है, मुझे किताबें पढ़ने, लेखन और यात्रा करने का शौक है, मेरा आहार शुद्ध शाकाहारी भोजन है। मुझे भारत के छिपे हुए पर्यटक स्थलों की खोज करने और उन पर लेख लिखने का गहरा जुनून है।
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मैंने एक ब्लॉगर, YouTuber और डिजिटल मार्केटर के रूप में अपनी भूमिकाएँ निभाई हैं। मैं प्रकृति की गोद में बसे एक छोटे से गाँव में अपने शांतिपूर्ण जीवन से प्रेरणा लेता हूँ। मेरी यात्रा दृढ़ता और समर्पण की रही है, क्योंकि मैंने अपने सपनों को वास्तविकता में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है। अपने ब्लॉग के माध्यम से, मैं अपने द्वारा अर्जित ज्ञान को साझा करना चाहता हूँ और दूसरों को रोमांचकारी यात्रा करने के लिए प्रेरित करना चाहता हूँ।“