Muraith Mandir Majholi : मध्य प्रदेश राज्य के जिले जबलपुर से लगभग 40 km उत्तर में मझौली जनपद के एक छोटे से गाँव मुरैठ में स्थित एक ऐसा मंदिर जो जबलपुर जिले में 750 एकड़ के सबसे बड़ें मालगुजार का यह मंदिर है, जो कोई आम व्यक्ति नहीं बल्कि भगवान श्री कृष्ण जी हैं। यह मंदिर बहुत ही सुंदर हैं, और इसके निर्माण के बारें में मान्यता हैं की 250 बर्ष पहले एक महान संत सुधीनदास महाराज के द्वारा एक रात में कराया गया था।
Muraith Mandir जबलपुर जिले में मुख्य शहर के अलावा यहां के आस-पास के गांवो में भी बहुत से पर्यटन स्थान मौजूद है। जिनके बारे में शव्दों में बयाँ करना संभव नहीं हो सकता है। जबलपुर की सुन्दरता में यहाँ के क्षेत्रीय पर्यटन स्थान चार चाँद लगा देते है। इसी प्रकार मुरैठ मंदिर जो की धार्मिक पर्यटन स्थल है।यह भी बहुत ही सुंदर और आकर्षण से भरपूर एक बहुत ही अच्छा स्थान है।
मुरैठ मंदिर एक धार्मिक स्थान है। जोकि बहुत सुन्दर और आकर्षण से भरपूर है। धार्मिक स्थान होने के साथ साथ यह एक पिकनिक स्पॉट के रूप में भी पहचाना जाता है।मुरैठ में एक छोटी सी पहाड़ी पर बना मंदिर बहुत ही सुंदर लगता है इस मंदिर में भगवान कृष्णा और राधा रानी की मूर्ति स्थापित है।
भगवान कृष्णा और राधा रानी की मूर्ति देखने में बहुत ही सुंदर लगती है। और पहाड़ी से आस पास के द्रश्य देखने में बहुत ही मनोनीत प्रतीत होते हैं । मुरैठ के पास में 2 नदियों का संगम है। जहाँ पर हर साल मेला लगता है।
जब हम लोग यहां पर पहुंचे तो मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति का एक अलग तेज देखने को मिला मूर्ति सुन्दर और मुस्कुराती हुई लग रही थी। साथ ही हम लोगों ने यहां पे कुछ समय भी बैतित किया था, और मंदिर में अन्य सभी मूर्तियों के दर्शन भी बड़ी ही उत्सुकता के साथ किये हमको यह जगह बहुत ही पसंद आयी।
यहाँ पर आपको नंदी में सवार भगवान् शिव और माता पार्वती की सुन्दर प्रतिमा देखने को मिलेगी जो देखने में हस मुख प्रतीत होती हैं वहीँ पर नीचे भगवान शिव नंदी के साथ शिवलिंग के रूप में ब्रजमान हैं।
Muraith Ka Mela मुरैठ का मेला
मुरैठ का मेले का द्रश्य देखना हमारे मन को अत्यधिक प्रसन्न करता हैं मुरैठ का मेला भगवान श्रीकृष्ण जी के नाम से लगता हैं यह मेला बहुत ही बड़ा और दार्शनिक लगता हैं मेले में आने वाले सभी लोग पहले भगवान कृष्ण का आशीर्वाद लेते और फिर सम्पूर्ण मेले का आन्नद लेते हुए अपने-अपने विचार व्यक्त करने लगते हैं।
मेले में हरी-भरी दुकाने और ऊँचे-ऊँचे झूले जिनमे झूलकर हम अपनी इक्छायों की पूर्ति करते हैं और घर आने पर हम सारी बाते मेले के ही बारे में करते रहते हैं।
मुरैठ पहुँचने का मार्ग
यदि आप मुरैठ घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो यहाँ पहुँचने के लिए आपको जबलपुर से मझौली जाने वाले रास्ते में बनखेड़ी से उमरिया रोड से जाने पर लगभग 6 किलोमीटर की दुरी पर मुरैठ मंदिर स्थित है।
वाहन पार्किंग
यदि आप अपने निजी वाहन से मुरैठ जाते हैं तो आपको वहां पर अपनी गाड़ी पार्क करने के लिए जगह मिल जायगी। जिसका आपको कोई चार्ज नहीं लगेगा।
ठहरने और खाने की व्यवस्था
आपको यहाँ पर रुकने की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन आपको यहाँ खाने पीने के लिए छोटी छोटी दुकान जरुर मिल जायेंगी।
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आस-पास के पर्यटन स्थल
मुरैठ के आस पास के क्षेत्रों में बहुत से पर्यटन स्थान मौजूद हैं। जैसे
नाहन देवी मंदिर , विष्णु वराह मंदिर मझौली
नमस्ते! मैं अनीता ठाकुर हूँ – इस ब्लॉग लिखने का बिचार मुझे डिग्री पूरी करने के बाद, मेरा दिल मुझे अपने दुनिया देखने की चाहत के पास वापस ले आया, जहाँ मैं वर्तमान में पर्यटन का अध्ययन कर रही हूँ। मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य आपको दुनिया भर में छिपे हुए स्थानों को खोजने में मदद करना और आपको उन जगहों पर जाने के लिए प्रेरित करना है जिनके बारे में आपने कभी नहीं सोचा था।