Balukhand Konark Wildlife Sanctuary Odisha : बालूखंड-कोणार्क वन्यजीव अभयारण्य भारत के ओडिशा के पुरी जिले में स्थित एक संरक्षित क्षेत्र है। यह क्षेत्र के वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण के उद्देश्य से 1984 में स्थापित किया गया था। अभयारण्य 72.52 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है और पौधों और जानवरों की प्रजातियों की एक विविध श्रेणी का घर है।
वनस्पति:
अभयारण्य विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों का घर है, जिनमें उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन, कांटेदार वन और तटीय वनस्पति शामिल हैं। अभयारण्य में पाई जाने वाली कुछ महत्वपूर्ण पौधों की प्रजातियों में साल, आसन, धौरा, केंदू, जामू, बहाड़ा, बीजा और हरिदा शामिल हैं। इनके अलावा चंदन, अमलतास और अर्जुन जैसे कई औषधीय पौधे भी यहां पाए जा सकते हैं।
जीव:
बालूखंड-कोणार्क वन्यजीव अभयारण्य अपने समृद्ध वन्य जीवन, विशेष रूप से इसके एविफुना के लिए जाना जाता है। यह सर्दियों के महीनों के दौरान यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों सहित पक्षियों की 271 से अधिक प्रजातियों का घर है। आमतौर पर देखे जाने वाले कुछ पक्षियों में मोर, इंडियन रोलर, ब्लैक ड्रोंगो, क्रेस्टेड सर्पेंट ईगल और चित्तीदार उल्लू शामिल हैं। अभयारण्य कई जानवरों का भी घर है, जिनमें चित्तीदार हिरण, सांभर, लकड़बग्घा, सियार, जंगली बिल्ली और नेवला शामिल हैं।
अन्य आकर्षण:
अपनी समृद्ध वनस्पतियों और जीवों के अलावा, अभयारण्य में कई अन्य आकर्षण भी हैं जो पर्यटकों को इस क्षेत्र की ओर आकर्षित करते हैं। अभयारण्य में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक कोणार्क सूर्य मंदिर है, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है जो हर साल हजारों आगंतुकों को आकर्षित करता है। इस क्षेत्र के अन्य लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में चंद्रभागा बीच, रामचंडी मंदिर और कोणार्क में पुरातत्व संग्रहालय शामिल हैं।
गतिविधियाँ:
अभ्यारण्य में आने वाले पर्यटक पक्षियों को देखने, वन्यजीव सफारी, ट्रेकिंग और कैंपिंग सहित कई गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। अभयारण्य आगंतुकों को पास के समुद्र तटों का पता लगाने और सर्फिंग, नौका विहार और तैराकी जैसे जल खेलों में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है।
घूमने का सबसे अच्छा समय:
बालूखंड-कोणार्क वन्यजीव अभयारण्य की यात्रा का सबसे अच्छा समय नवंबर और मार्च के महीनों के बीच है, जब मौसम सुखद होता है और बाहरी गतिविधियों के लिए आदर्श होता है। भारी वर्षा और बाढ़ के कारण जून से सितंबर तक मानसून के मौसम के दौरान अभयारण्य बंद रहता है।
पहुँचने के लिए कैसे करें:
अभयारण्य ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अभ्यारण्य तक जाने के लिए आगंतुक टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या भुवनेश्वर से बस ले सकते हैं। निकटतम रेलवे स्टेशन पुरी है, जो अभयारण्य से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
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