Pachmadhi : पचमढ़ी(Pachmarhi), एक ऐसा स्थान जहा पर प्रक्रति अपने सौंदर्य की छठा को विखेरती है. जो लोगो को अपनी और आकर्षित करता है. जो लोगो को एक अलग अनुभव प्रदान करता है.यंहा पहुंचकर लोग यही रुकने की इच्क्षा व्यक्त करते है. पचमढ़ी ,मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित है.यहाँ पर आपको प्रक्रति का बहुत ही अच्छा और बढ़िया नज़ारा देखने को मिलता है.
यदि आप पचमढ़ी घुमने जाना कहते है तो आप कम से कम 3 दिन की ट्रिप का प्लान करके जाए. क्यूकी यदि आप पचमढ़ी में स्थित पूरे पर्यटन स्थल अच्छे से घूमना चाहते हैं तो आपको 3 दिन आराम से लग जायगे.
पचमढ़ी में पर्यटक स्थल
पचमढ़ी में आपको धार्मिक और पिकनिक स्पॉट दोनों मिल जायेंगे. जो बहुत ही सुंदर और भव्यतापूर्ण है. तो चलिए हम पचमढ़ी की सेर करते है
- सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व
- तावा डैम
- तावा जलाशय
- वोरी वाइल्ड लाइफ
- असीर गढ़ फोर्ट
पचमढ़ी के धार्मिक स्थान
- जटाशंकर
- गुप्त महादेव
- बड़ा महदेव मंदिर
- चौरागढ़
पचमढ़ी में पिकनिक स्पॉट
- पांडव गुफा
- हुन्दिको
- ग्रीन बेली
पचमढ़ी के जलप्रपात
- धूपगढ़
- बीफॉल
- अप्सरा विहार
- सिल्वर फाल
- पांचाली कुंड
जटा शंकर (Jata Shankar)
जटाशंकर पचमढ़ी में स्थित एक धर्मिक स्थान है यह धरतीतल से नीचे की और एक गुफा में बना हुआ है यंहा पहुँचने के लिए आपको सीढियों की सहायता से नीचे की और गुफा के अंदर जाना होता है. इस गुफा में भगवान शिव की मूर्ति स्थापित है. और गुफा के अंदर एक छोटा सा कुंड है जिसमे पानी भरा होता है. जब आप गुफा के आंगे की और बाहर निकलते हैं तो आप यंहा के नजारों का लुफ्त उठाये.
गुप्त महादेव( Gupt Mahadev)
यह मंदिर भी गुफा के अंदर ही स्थापित है इस गुफा के अंदर शिवलिंग स्थापित हैं इसके अलावा बड़ा महादेव मंदिर भी यंहा से कुछ दुरी पर है इस मंदिर के सामने एक कुंड भी है.
पांडव गुफा (pandav Caves)
पांडव गुफा में पञ्च पांडवो की गुफा स्थापित है यंहा पहुँचने के लिए आपको ट्रेकिंग करने जाना पड़ता है चूँकि यह गुफा के अंदर किसी को जाने नहीं मिलता . परन्तु आप इस पहाड़ी की चोटी से पूरे पर्वत का नज़ारा द्देख सकते है . ठंडी ठंडी वादियों का मजा ले सकते है . साथ ही आप अपनी फोटो भी क्लिक करा सकते है.
चौरागढ़ (ChouraGadh)
यह एक पर्वत छोटी पर बना शिव मंदिर है. इस पर्वत चोटी पर पहुँचने के लिए आपको 3-4 किलोमीटर की ट्रेकिंग करनी पड़ती है. इस मंदिर पर पहुंचकर आपको प्रक्रति के भव्यतम रूप का दर्शन होगा. बहुत ही ठंडी ठंडी वादियों को देख आपका मन हर्ष से भर जायगा.यह बहुत ही सुंदर और मनमोहक द्रश्य से परिपूर्ण परिसर है. इस मंदिर परिसर में आपको बहुत सारे त्रिशूल का भंडार देखने को मिलेगा.
हुन्दिको (hundiko)
इस जगह पर बहुत गहरी खाई है आपको यंहा से पचमढ़ी के सुंदर से रूप को देख सकते है जो देखने में आपके मन को मोह लेगा . जो बहुत ही सुंदर है. इसके जेसा और कोई नहीं .
पांडव उद्यान
यह उद्यान पांडव गुफा से नीचे की ओर जाने पर पड़ता है . लोग यंहा पर बैठकर अपना समय व्यतीत करते है. यंहा बैठकर लोग खाना भी खाते है.
बीफॉल (Be Fall)
यंहा जाने के लिए आपको ज़िप्शी या स्कूटी का सहारा लेना पड़ेगा. फिर आपको लोकेशन से 1 किलोमीटर पहले से पैदल चलकर वंहा पर जाना होगा. यंहा पहुंचकर आप एक भव्य जलप्रपात को देखंगे. जिसका द्रश्य बहुत ही शानदार है.आप यदि यंहा पर नहाना चाहते है तो आप यंहा पर नहा भी सकते है.
इसी प्रकार यंहा आस पास बहुत से जलप्रपात (Pachmadhi Waterfall) है जो आपनी सुन्दरता के कारण बहुत प्रशिध है.और लोगो को अपनी ओर आकर्षित करते है. जैसे – अप्सरा जलप्रपात, सिल्वर फॉल ,पांचाली कुंड.
जब आप इन लोकेशन पर जाते है तब आपको यंहा पर बहुत सारे सनसेट व्यू पॉइंट देखने को मिलेंगे. लोग यंहा पर अपनी पिक्चर क्लिक करवाते है. इसी प्रकार धूपगढ़ जो मध्यप्रदेश का सबसे ऊँचा पॉइंट है यह सनसेट व्यू पॉइंट के लिए विश्व प्रशिद्ध जगह है.और देश विदेश के लोग यंहा पर प्रक्रति के या इन पहाड़ी के बीच अपने समय बिताने और एन्जॉय करने के लिए आते है.
पचमढ़ी को सतपुड़ा के जंगल की रानी के नाम से पुकारा जाता है. क्यूंकि यह देखने में इतने सुंदर है की इन्हें देखकर लोग इनकी तरफ आकर्षित होते है. यह बहुत ही मनमोहक है. यह अपने आप में बहुत ही अनुपम और मोहक प्रतीत होते है. इनको देखकर हिंदी साहित्य के लेखक भवानीप्रसाद मिश्र जी द्वारा लिखित एक कविता याद आती है
“धँसो इनमें डर नहीं है,मौत का यह घर नहीं है,
उतर कर बहते अनेकों,कल-कथा कहते अनेकों,
नदी, निर्झर और नाले,इन वनों ने गोद पाले,
लाख पंछी, सौ हिरन-दल,चाँद के कितने किरन दल,
झूमते बनफूल, फलियाँ,खिल रहीं अज्ञात कलियाँ,
हरित दूर्वा, रक्त किसलय, पूत, पावन, पूर्ण रसमय,
सतपुड़ा के घने जंगल,लताओं के बने जंगल। “– भवानीप्रसाद मिश्र
कैसे पहुंचे पचमढ़ी (Pachmadhi Kaise Jaaye)
पचमढ़ी, मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित है. यंहा पर आप बहुत आशानी से पहुँच सकते है .
- By Road
- By Air
- By Train
यदि आप ट्रेन से पचमढ़ी आना चाहते है.तो आपको पचमढ़ी से 45 किलोमीटर की दुरी पर पिपरिया रेलवे स्टेशन में उतरना पड़ेगा.फिर आप यंहा से बस या ऑटो के जरिये पचमढ़ी पहुँच सकते है. यंहा से ऑटो का किराया एक व्यक्ति 150रूपए और यदि आप बस से सफ़र करके जाते है तो एक व्यक्ति का किराया 70 रूपए है.
पचमढ़ी के सबसे निकटतम हवाई अड्डे जबलपुर या भोपाल है. यंहा से पचमढ़ी की दुरी लगभग 250 किलोमीटर है . तो आपको बस का सफ़र करके ही यंहा की दुरी तय करनी पड़ेगी. और यदि आप बस से नहीं जाना चाहते तो फिर आपको यंहा से ट्रेन के जरिये जाना होगा.
जबलपुर, इंदौर ,भोपाल और होशंगावाद जैसे बड़े शहरों से सीधे पचमढ़ी के लिए बस जाती है तो आप इनके माध्यम से भी पचमढ़ी(Pachmadhi) पहुँचकर आप एन्जॉय कर सकते है. और यंहा के शुद्ध वातावरण को महसूस कीजिये.
कब जाये पचमढ़ी (Pachmadhi Jane ka Samay)
आपको पचमढ़ी जाने के लिए ठण्ड, गर्मी और वर्षात के मौसम में जा सकते है. यदि आप बरसात के मौसम में पचमढ़ी घुमने जाते तो आपको बहुत सुंदर सुंदर जलप्रपात के नज़ारे देखने को मिलते है. अक्सर लोग गर्मी के समय पर यंहा घुमने जाते है क्यूंकि यह एक ठंडा एरिया है.
रुकने और खाने की व्यवस्था (Hotal & Restorent )
यदि आप पचमढ़ी जाते है और आप वहां रूककर पचमढ़ी की सुंदर वादियों और पर्यटन स्थल घूमना कहते है तो आपको यंहा पर रुकने के लिए बहुत सारे होटल उपलव्ध है.और खाने के लिए रेस्टोरेंट भी उपलब्ध है.
“धर्मेंद्र सिंह आर्यन गो में सीनियर डिजिटल कंटेंट राइटर कार्यरत है। उम्र 35 साल है, शैक्षिणिक योग्यता दर्शनशास्त्र में एम.फिल है, मुझे किताबें पढ़ने, लेखन और यात्रा करने का शौक है, मेरा आहार शुद्ध शाकाहारी भोजन है। मुझे भारत के छिपे हुए पर्यटक स्थलों की खोज करने और उन पर लेख लिखने का गहरा जुनून है।
पिछले 18 वर्षों से, मैंने एक ट्रैवल गाइड के रूप में अमूल्य अनुभव एकत्र किए हैं, जिन्हें मैं अब अपने ब्लॉग के माध्यम से गर्व से साझा करता हूं। मेरा लक्ष्य आपको भारत के सबसे आकर्षक यात्रा स्थलों के बारे में आकर्षक और व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना है, साथ ही अन्य उपयोगी ज्ञान जो आपकी यात्रा को बेहतर बनाता है।
मैंने एक ब्लॉगर, YouTuber और डिजिटल मार्केटर के रूप में अपनी भूमिकाएँ निभाई हैं। मैं प्रकृति की गोद में बसे एक छोटे से गाँव में अपने शांतिपूर्ण जीवन से प्रेरणा लेता हूँ। मेरी यात्रा दृढ़ता और समर्पण की रही है, क्योंकि मैंने अपने सपनों को वास्तविकता में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है। अपने ब्लॉग के माध्यम से, मैं अपने द्वारा अर्जित ज्ञान को साझा करना चाहता हूँ और दूसरों को रोमांचकारी यात्रा करने के लिए प्रेरित करना चाहता हूँ।“