बिलीगिरी रंगनाथ टाइगर रिजर्व (बीआरटी) भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित एक वन्यजीव अभयारण्य है। इसे 2010 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था और यह 540 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। रिजर्व का नाम बिलीगिरी रंगास्वामी मंदिर के नाम पर रखा गया है, जो बिलिगिरी पहाड़ियों की चोटी पर स्थित है। अभयारण्य को बीआरटी वन्यजीव अभयारण्य के रूप में भी जाना जाता है, और यह वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत विविधता का घर है।
इतिहास:
बिलीगिरी रंगनाथ मंदिर वन्यजीव अभयारण्य 1974 में स्थापित किया गया था, और बाद में 2010 में इसका नाम बदलकर बिलीगिरी रंगनाथ टाइगर रिजर्व कर दिया गया। रिजर्व बिलीगिरी पहाड़ियों में स्थित है, जो पूर्वी घाट पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है। पहाड़ियां सोलिगा और जेनु कुरुबा जैसी कई जनजातियों का घर हैं, जो पीढ़ियों से इस क्षेत्र में रहती हैं और रिजर्व के पारिस्थितिकी तंत्र का एक अभिन्न अंग हैं।
वनस्पति और जीव:
बिलीगिरी रंगनाथ टाइगर रिजर्व अपने विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए जाना जाता है। अभयारण्य पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियों का घर है, जिनमें भारतीय मोर, मालाबार व्हिस्लिंग थ्रश और ग्रे जंगलफॉल शामिल हैं। रिजर्व भारतीय हाथी, बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुआ और गौर सहित स्तनधारियों की कई प्रजातियों का भी घर है। अभयारण्य किंग कोबरा, इंडियन रॉक पायथन और मॉनिटर छिपकली सहित सरीसृपों की कई प्रजातियों का भी घर है। रिजर्व कई प्रजातियों के पौधों जैसे सागौन, चंदन, शीशम और बांस का भी घर है।
पर्यटन:
बिलीगिरी रंगनाथ टाइगर रिजर्व एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और वन्य जीवन के लिए जाना जाता है। अभयारण्य ट्रेकिंग, बर्ड वॉचिंग और सफारी राइड जैसी कई गतिविधियाँ प्रदान करता है। अभयारण्य में कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं, जैसे कि हिमवद गोपालस्वामी बेट्टा ट्रेक, जो आसपास की पहाड़ियों और जंगलों के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। अभयारण्य सफारी की सवारी भी प्रदान करता है, जो आगंतुकों को अभयारण्य का पता लगाने और वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने की अनुमति देता है। अभयारण्य में कई पर्यावरण-पर्यटन पहलें भी हैं, जो आगंतुकों को क्षेत्र के वनस्पतियों और जीवों के बारे में जानने और स्थानीय समुदायों के साथ बातचीत करने की अनुमति देती हैं।
अभिगम्यता:
बिलीगिरी रंगनाथ टाइगर रिजर्व सड़क और हवाई मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निकटतम हवाई अड्डा बैंगलोर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो लगभग 200 किलोमीटर दूर है। निकटतम रेलवे स्टेशन मैसूर रेलवे स्टेशन है, जो लगभग 85 किलोमीटर दूर है। अभयारण्य सड़क मार्ग से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और बैंगलोर और मैसूर से बसें और टैक्सी उपलब्ध हैं।
बिलीगिरी रंगनाथ टाइगर रिज़र्व प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए एक ज़रूरी जगह है। अभयारण्य की प्राकृतिक सुंदरता और वन्य जीवन इसे एक अनूठा और अविस्मरणीय अनुभव बनाते हैं। अभयारण्य की पर्यावरण-पर्यटन पहल और स्थानीय समुदायों के साथ बातचीत भी इसे स्थायी पर्यटन में रुचि रखने वालों के लिए एक आदर्श गंतव्य बनाती है।